फरवरी में अंतरजनपदीय म्युचुअल ट्रांसफर से आए टीचर्स को नहीं मिल सकी अभी तक पोस्टिंग
स्कूल नहीं, बीएसए आफिस में पहुंच रहे म्युचुअल ट्रांसफर से आए टीचर्स
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PRAYAGRAJ: सोचे थे कि म्युचुअल तबादलों के बाद गृह जनपद में पहुंचने के साथ ही स्कूलों का आवंटन हो जाएगा। इसके बाद फिर से बच्चों का भविष्य संवारने की कवायद में ये टीचर्स जुट जाएंगे। लेकिन सात महीने बीतने को है। उसके बाद भी म्युचुअल तबादलों से जिले में आए टीचर्स को अभी तक स्कूलों में पोस्टिंग का इंतजार है। गनीमत बस यही है कि बीएसए आफिस में प्रतिदिन हाजिरी लगाने पहुंच रहे इन टीचर्स की सैलरी सबसे के साथ ही मिल जा रही है। अगर ये व्यवस्था न होती तो सैलरी के लिए भी इनको अभी तक इंतजार करना पड़ता।
प्राइमरी स्कूलों में भी शुरू हो गई हैं क्लासेस
कोरोना महामारी के सेकेंड वेव के बाद जहां अब प्राइमरी तक के स्कूलों में ऑफ लाइन क्लासेस की शुरुआत हो गई है। वहीं म्युचुअल तबादलों से आए टीचर्स अभी तक बीएसए आफिस में ही अटके हुए हैं।
अंतर जनपदीय तबादलों के बाद शासन की ओर से अंतर जनपदीय म्युचुअल तबादलों के लिए आवेदन लिए गए थे। जिसके बाद जिले में 109 टीचर्स फरवरी में अंतर जनपदीय म्युचुअल तबादलों से पहुंचे थे। इसके पहले अंतर जनपदीय और 69 हजार शिक्षक भर्ती के चयनित अभ्यर्थियों की पोस्टिंग उनकी मेरिट के आधार पर वरीयता के क्रम में कर दी गई। लेकिन म्युचुअल तबादलों आए इन टीचर्स को अभी तक स्कूलों में तैनाती नहीं मिल सकी। अप्रैल में कोरोना महामारी के सेकेंड वेव के बाद से ही इनकी पोस्टिंग का मामला अटका हुआ है। ऐसे में इन्हें बीएसए आफिस में अटेंडेंस लगाने के निर्देश दिए गए हैं।
15 सितंबर तक पोस्टिंग का है टारगेट
म्युचुअल तबादलों से डिस्ट्रिक्ट में आए इन टीचर्स के पोस्टिंग को लेकर बीएसए प्रवीण तिवारी ने बताया कि अभी तक अंतर जनपदीय और 69 हजार शिक्षक भर्ती के चयनितों की पोस्टिंग की प्रक्रिया संचालित थी। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से 15 सितंबर तक म्युचुअल तबादलों से आए टीचर्स की पोस्टिंग करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसके अनुसार तैयारी चल रही है। 15 सितंबर तक इन टीचर्स को भी स्कूलों में पोस्टिंग मिल जाएगी।