प्रयागराज (ब्‍यूरो)। शनिवार भोर में थरवई के खेवराजपुर गांव में कातिलों ने एक परिवार के पांच लोगों की नृशंस हत्या कर दी। सभी के सिर पर भारी चीज से वार किए गए थे, जिससे उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया। मरने वालों में 55 वर्षीय अधेड़ राजकुमार यादव, उसकी 52 वर्षीय पत्नी कुसुम देवी, करीब 30 वर्षीय बहू सविता व 25 वर्षीय दिव्यांग बेटी मनीषा एवं 02 वर्ष की पोती मीनाक्षी शामिल हैं। ग्रामीणों व रिश्तेदारों ने दिव्यांग युवती और अधेड़ की बहू के साथ रेप की आशंका जताई है। वहीं बाबा के पास सो रही एक लगभग तीन साल की मासूम पोती साक्षी कातिलों की नजर से बच गई। इस सनसनीखेज वारदात में वह एकमात्र जिंदा बच गई है। कातिलों ने जाने से पहले घर में आग लगा दी थी। जिसके उठते धुएं को देखकर लोगों ने शोर मचाया और वारदात की जानकारी हुई।

खूनी खेल के बाद घर में लगा दी आग
घटना के वक्त घर में बच्चों समेत छह लोग मौजूद थे। खूनी खेल के बाद कातिलों ने बेड रूम में आग लगा दिया था। रोड से गुजर रहे एक शख्स ने उठ रहे धुएं को देखकर शोर मचाया। इसके बाद मृतक के भाई का परिवार पहुंचा और खबर फैली तो हड़कंप मच गया। लोग पहुंचे तो देखा गया कि युवती निर्वस्त्र थी, महिला के भी कपड़े अस्त व्यस्त थे। यह सब देखकर लोग रिश्तेदारों ने रेप के बाद हत्या का शक जाहिर किया है। खबर पाते ही पहुंची पुलिस पुलिस आनन फानन पांचों को हॉस्पिटल भेज दी। रिश्तेदार व घर वाले पहुंचे तो मौके पर किसी की बॉडी नहीं थी। यह देख नाराज लोग पुलिस पर बिफर पड़े। बगैर पहुंचे बॉडी हटाने की बात को लेकर सभी ने जमकर हंगामा किया। बेड रूम में लगाई गई आग को फायर ब्रिगेड द्वारा बुझाया गया। बचे हुए मृतक के बेटे व मौत के घाट उतारी गई महिला के पति ने अज्ञात के खिलाफ तहरीर दी। देर शाम तक पांचों की बॉडी का पोस्टमार्टम नहीं हो सका था। घटना गंगापार एरिया के थरवई थाना क्षेत्र स्थित खेवराजपुर गांव में गारापुर सिकंद्रा मार्ग पर हुई।

मासूम पर नहीं पड़ी कातिलों की नजर
गारापुर सिकंद्रा मार्ग मेन रोड किनारे राजकुमार खेत में घर बनवा रखा था। परिवार में एक बेटा व दिव्यांग बेटी के साथ बहू एवं दो पोतियां थीं। मकान के दो कमरे निर्माणाधीन हैं। रोड साइड गेट तरफ एक पुराने कमरे में बेड पड़ा था। इस कमरे के बाहर टीनशेड से छप्पर डाल रखा था। छप्पर में खाना बनाया करते थे। घर के दो कमरों का दरवाजा उत्तर साइड है। जबकि बेड रूप का दरवाजा पूर दिखा में टीन शेड में खुलता है। तीन तरफ से करीब पांच छह फीट ईंट की बाउंड्री बनवा रखा है। पश्चिम साइड मकान में लोहे का दरवाजा है। बाहर वह परिवार के लिए हैंड पम्प लगवा रखा है। अधेड़ दूध का व जानवरों का व्यवसाय किया करता था। शनिवार भोर उत्तर तरफ की बाउंड्री लांघ कर बदमाश अंदर घुस गए। बाउंड्री में दूध व्यापारी अधेड़ और उसकी पत्नी व बेटी चारपाई पर सो रही थी। एक तीन चार साल की पोती अधेड़ के पास सोई थी। बाउंड्री लांघ कर पहुंचे बदमाशों ने अधेड़ व उसकी पत्नी एवं बेटी के सिर पर धारदार हथियार से गंभीर प्रहार कर दिया। इससे तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। बेड रूम के बाहर टीनशेड में सो रही उसकी बहू व एक मासूम बेटी पोती को भी बदमाशों ने बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। बाबा के पास सो रही मासूम साक्षी पर शायद कातिलों की नजर नहीं पड़ी। यही वजह थी कि वह जिंदा बच गई। मासूम बच्ची समेत पांच लोगों की हत्या के बाद कातिलों ने बेड रूम में आग लगा दिया। हैवानों के जरिए घटना को लूट की तरफ मोडऩे की भी कोशिश की गई थी।

धुआं देखकर राहगीर विजय मचाया शोर
बताते हैं कि रामगढ़ कोठारी निवासी विजय नामक शख्स बाइक से बारात करके भोर में लौट रहा था।
गारापुर सिंकद्रा रोड पर आगे बढ़ा तो सड़क किनारे स्थित मारे गए लोगों के घर से धुआं निकल रहा था।
वह आवाज दिया दिया घर के लोगों में कोई हरकत नहीं हुई। यह देख वह शोर मचाने लगा। कुछ गांव के लोग पहुंचे तो पास के वजीरपुर निवासी उसके भाइयों को खबर दिए।
एक भाई पहुंचा तो लोग घर की तरफ बढ़े। लोगों ने देखा तो गेट के पास अधेड़ की दिव्यांग बेटी की बॉडी निर्वस्त्र पड़ी थी।
टीन शेड में उसकी बहू पोती की बॉडी पड़ी थी। लोगों ने कहा कि उसकी बहू के कपड़े भी अस्तव्यस्त थे।
जबकि अधेड़ व उसकी पत्नी की बॉडी बाउंड्री में चार पर ही पड़ी थी। एक ही परिवार के पांच सदस्यों की हत्या से पूरे गांव व आस पास के लोग सन्नाटे में आ गए।
खबर मिली तो डीएम, एसएसपी सहित आईजी फोर्स के साथ भागकर मौके पर पहुंचे। मृतक अधेड़ का बेटा शहर में प्रयाग स्टेशन के पास पान की दुकान चलाता है।
बेटे व रिश्तेदारों के पहुंचने से पहले पुलिस सभी की बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दी। मारी गई अधेड़ की बहू के मऊआईमा सीतलापुर निवासी मायके वाले भी पहुंच गए।
घर में पांचों की बॉडी नहीं देख रिश्तेदारों व परिवार के लोग आपे से बाहर हो गए। पुलिस पर मिली भगत का आरोप लगाते हुए सभी हंगामा शुरू कर दिए।
महिलाएं पुलिस को अफसरों के सामने कोसने लगीं। कहना था कि बगैर सब के पहुंचे व पंचनामा के बॉडी पुलिस मौके से क्यों हटा दी?
मारे गए अधेड़ की दिव्यांग बेटी व बहू के कपड़ों की स्थिति को देखकर सभी रेप की व गैंग रेप जैसी आशंका से ग्रसित हो गए।
लोगों का कहना था कि दोनों से यमदूत बनकर पहुंचे कातिलों ने रेप किया है। शक है कि जबरदस्ती पर युवती व उसकी भाभी शोर मचाई होगी।
शोर सुनकर अधेड़ व उसकी मां उठ गई होगी। इस पर हैवानों ने सभी को मौत के घाट उतार दिया होगा।
फिलहाल मासूम संग मारे गए पांच लोगों में अधेड़ के बेटे की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
मामले की छानबीन में अफसरों द्वारा कुल सात टीमें लगाई गई हैं। सुबह हुई घटना के बाद करीब आठ नौ बजे ही बॉडी पोस्टमार्टम हाउस भेज दी गई थी।
बावजूद इसके पांचों की बॉडी का पोस्टमार्टम देर शाम तक नहीं हो सका। इससे लोग और भी आक्रोशित थे

हंगामें के डर से पोस्टमार्टम में देरी?
सुबह से पोस्टमार्टम हाउस भेजी गई बॉडी का पोस्टमार्टम देर शाम तक नहीं होने से परिजनों में जबरदस्त आक्रोश रहा। कहना था कि पुलिस व प्रशासन के लोग जानबूझ कर पोस्टमार्टम में विलंब कर रहे हैं। आक्रोश को देखते हुए अफसरों को भय था कि दिन में पोस्टमार्टम बाद बॉडी रिश्तेदार पाएंगे तो वह हंगामा कर सकते हैं। इससे पुलिस की और भी किरकिरी हो सकती है। नाराज लोग कह रहे थे कि पुलिस इसी हंगामे के डर से पोस्टमार्टम कराने में देर कर दी। पोस्टमार्टम में देरी किए जाने से मारे गए पांचों के पहुंचे रिश्तेदार व ग्रामीण सहित गमजदा उसका बेटा भी काफी परेशान नजर आया।

प्राप्त तहरीर के आधार पर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। यदि रेप हुआ होगा तो पोस्टमार्टम में क्लियर हो जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। पूछताछ के लिए दो संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है।
अजय कुमार, एसएसपी प्रयागराज