प्रयागराज (ब्यूरो)। ऐसा क्या है कि देश के कई शहरों मे भीषण ठंड में एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी एक्यूआई लेवल काफी खराब हो गया है, लेकिन प्रयागराज की आबो हवा पूरी जनवरी बेहतर रही है। पूरे शहर ने ताजी हवा में सांस ली है। इसका श्रेय केवल नगर निगम को नही बल्कि शहर की जनता को भी जाता है, जहां लोगों नेे नियमों का पालन करते हुए स्वच्छता को फालो किया।
दो सौ के पार नहीं गया एक्यूआई
शहर में तीन जगह पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने मशीने लगाई हैं। इनमें तेलियरगंज, झूंसी और सिविल लाइंस शामिल हैं। इनके जरिए पूरे शहर के पाल्यूशन लेवल का अंदाजा लगा लिया जाता है। लेकिन पूरे जनवरी में किसी भी जगह का पाल्यूशन लेवल दो सौ के पार नही गया। नियमानुसार किसी भी एरिया में एक्यूआई के 200 प्वाइंट पार होने पर वह आरेंज श्रेणी में आ जाता है। जिससे यह पता लगाया जाता है कि यहां पर हवा का स्तर ठीक नही है।
इन वजहों से बेहतर है शहर की हवा
टैंपो टैक्सी वाहनों का सीएनजी फिटेड हो जाना।
ई रिक्शा की संख्या में लगातार बढृोतरी होना।
चार पहिया कामर्शियल व डोमेस्टिक वाहनों में सीएनजी और इलेक्ट्रिक वर्जन का बढ़ जाना।
ठंड के मौसम में कहीं पालिथिन, पराली या टायर आदि का न जलाया जाना।
नगर निगम के तीन हाइटेक वाहनों द्वारा शहर में पानी का छिड़काव व सड़कों की सफाई किया जाना।
गली मोहल्लों में डोर टू डोर कूड़े उठाए जाने की व्यवस्था।
क्या हैं एक्यूआई मानक
लेवल इम्पैक्ट
0 से 50 गुड
51 से 100 सैटिस्फैक्टरी
100 से 200 माडरेट
200 से 300 पुवर
300 से 400 वेरी पुवर
400 से अधिक सीवियर
जनवरी में एक्यूआई लेवल की स्थिति
नगर निगम
डेट (जनवरी) एक्यूआई
1 204
2 176
3 194
4 148
5 175
7 125
8 109
9 148
10 110
झूंसी
1 144
2 131
3 144
4 110
5 120
7 109
8 98
9 127
10 98
तेलियरगंज
1 162
2 159
4 152
5 117
7 117
8 90
9 119
10 83
इन वजहों से बढ़ता है पाल्यूशनल लेवल
धूल और धुएं की अधिकता होना।
पराली या टायर आदि का जलाना।
बिना किसी प्लानिंग के शहर में कंस्ट्रक्शन वर्क कराया जाना।
पेट्रोल और डीजल वाहनों का पाल्यूशल लेवल प्रापर चेक नही होना।
नवंबर में स्थिति थी नाजुक
पिछले साल नवंबर और दिसंबर में शहर का एयर पाल्यूशल लेवल की स्थिति ठीक नही थी। एक्यूआई का लेवल इन दिनों पुवर और वेरी पुवर के मानकों को टच कर रहा था। इसके कई कारण थे। सबसे अहम सुनियोजित तरीके से निर्माण कार्यों का न होना और इसकी वजह स लगातार सड़कों पर धूल उडऩा। नगर निगम द्वारा प्रॉपर पानी का छिड़काव भी नही कराया जा रहा था।
अक्सर कोहरे की स्थिति में हवा की स्थिति नाजुक हो जाती है। एयर पाल्यूशन बढ़ जाता है। लेकिन इस बार ठंड के सीजन में हवा का लेवल बेहतर रहा है। लोगों को सांस लेने में दिक्कत का सामना नही करना पडा। इसका अहम कारण पब्लिक का जागरुक होना है।
डॉ। डीके मिश्रा फिजीशियन प्रयागराज