प्रयागराज (ब्यूरो)। शहर की सड़कों पर रहने वाले ब्रेकरों की संख्या कम हो गई है। जिसका नतीजा है कि वाहनों की स्पीड बढ़ गई है। रोड पर ब्रेकर नहीं होने की वजह से लोग अपने वाहनों को बेहद स्पीड से चलाते हैं। ऐसे में रफ्तार के नियंत्रण के लिए कोई उपाय नहीं किया जा रहा है। जिसका असर है कि स्पीड तेज होने की वजह से कहीं न कहीं एक्सीडेंट होता ही रहता है। ऐसे में हल तो यातायात विभाग को ही निकालना होगा। जबकि इंडियन रोड कांग्रेस के नियमों में स्पीड ब्रेकर का कोई प्राविधान नहीं है।
स्पीड ब्रेकर बनाना मजबूरी
सड़कों पर स्पीड ब्रेकर नहीं होना चाहिए। इंडियन रोड कांग्रेस का नियम यही कहता है। इसके नियमों में स्पीड ब्रेकर का प्राविधान ही नहीं है। इसके बाद भी स्पीड ब्रेकर बनाना मजबूरी है। क्योंकि मोड़ या भीड़भाड़ स्थान के पास रोड पर स्पीड ब्रेकर नहीं होने से लोग अपने वाहनों की स्पीड कम नहीं करते हैं। जबकि स्पीड ब्रेकर होने पर उस रोड से गुजरने वाले लोग अपने वाहनों की रफ्तार कम कर लेते हैं। ऐसे में हादसों का खतरा बेहद कम हो जाता है। जिसकी वजह से स्पीड ब्रेकर बना दिए जाते हैं।
तय होनी चाहिए रोड पर स्पीड
यातायात विभाग सड़कों पर स्पीड तय करने की कवायद कई वर्षों से कर रहा है। मगर अभी तक इसे लेकर कोई ठोस कदम यातायात विभाग नहीं उठा सका है। जिसका नतीजा है कि मौका मिलते ही लोग अपने वाहनों की रफ्तार बढ़ा लेते हैं। ऐसे में भीड़ भरी सड़कों पर तेज रफ्तार वाहनों से एक्सीडेंट की आशंका बढ़ जाती है। इस वजह से एक्सीडेंट हो भी जाते हैं। मगर इस समस्या का कोई अस्थाई हल नहीं है।
चौराहों पर बनाए गए हैं स्लोव
इंडियन रोड कांग्रेस के नियमानुसार सड़कों से स्पीड ब्रेकर हटा दिए गए हैं। बल्कि स्पीड ब्रेकर की जगह अब चौराहों के पहले स्लोव बनाए जा रहे हैं। चौराहों को स्लोव बनाकर सेफ कर लिया जा रहा है। मगर तमाम सड़कें हैं, जिन पर वाहनों की रफ्तार को लेकर कोई इंतजाम नहीं है। चौराहों पर लोग वाहनों की स्पीड कम लेते हैं। मगर चलती सड़क पर स्पीड को लेकर कोई उपाय नहीं किए जा रहे हैं।
इन सड़कों पर रहता है खतरा
- स्टेनली रोड
- महात्मा गांधी रोड
- नवाबयुसूफ रोड
- लाला लाजपत रोड
- यूनिवर्सिटी रोड
- जवाहर लाल नेहरू रोड
- पीडी टंडन रोड
स्पीड ब्रेकर के फायदे
- रोड पर ड्राइवर वाहन की स्पीड कम रखते हैं।
- स्कूल या भीड़भाड़ वाले स्थान पर एक्सीडेंट की गुंजाइश कम हो जाती है।
स्पीड ब्रेकर के नुकसान
- तेज रफ्तार वाहन अनियंत्रित होकर एक्सीडेंट का शिकार हो जाता है।
- सामान्य स्पीड होने पर भी ड्राइवर को झटके लगते हैं।
- वाहन को नुकसान पहुंचता है।
मनमाना बनवा देते हैं स्पीड ब्रेकर
रिहायशी एरिया या मोहल्लों की सड़कों पर लोग मनमानी तरीके से स्पीड ब्रेकर बनवा लेते हैं। जिससे रोड पर वाहनों की स्पीड कंट्रोल में रहे। मगर ये प्रक्रिया गलत है। नियमानुसार रोड पर स्पीड ब्रेकर नहीं बनाया जा सकता है।
स्पीड ब्रेकर की वजह से एक्सीडेंट
स्टेनली रोड पर ओल्ड कैण्ट एरिया में म्योराबाद से आगे स्पीड ब्रेकर बना हुआ है। आए दिन इस स्पीड ब्रेकर की वजह से ही वाहन दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस रोड से रोज गुजरने वाले स्पीड ब्रेकर के बारे में जानते हैं। जिसकी वजह से वह अपने वाहनों की स्पीड कम कर लेते हैं। मगर बाहरी लोग अक्सर तेज स्पीड में होते हैं और वह स्पीड ब्रेकर पर रुकने के पहले ही एक्सीडेंट का शिकार हो जाते हैं।
सड़कों पर वाहनों की रफ्तार को लेकर मानक बनाए जाएंगे। ताकि वाहनों की हाई स्पीड पर कंट्रोल लग सके। स्पीड ब्रेकर एक्सीडेंट जोन में बनाए जाते हैं। शहर की सड़कों का रिव्यू कराया जाएगा। जहां एक्सीडेंट होने की संभावना ज्यादा रहती है वहां सेफ्टी के लिए उपाए किए जाएंगे।
शिवराम यादव, एडीसीपी ट्रैफिक