प्रयागराज (ब्यूरो)। इंडिया हाइपरटेंशन प्रोग्राम के अंतर्गत हजारों ब्लड प्रेशर के मरीजों को चिह्नित किया जा रहा है। इसके लिए उचित संसाधनों की आवश्यकता है। यही कारण है कि हाईटेक बीपी मशीनों की मांग चल रही थी। इन मशीनों से एक दिन में सैकड़ों मरीजों का ब्लड प्रेशर माप लिया जाएगा। ओपीडी लोड भी कम करने में इससे मदद मिलेगी। यहां तक कि कई अस्पतालों की ओपीडी में अभी तक मैनुअल बीपी मशीनों का यूज हो रहा था। जिसमें अधिक समय खर्च हो रहा था।

नई मशीन से होंगे फायदे

- पुरानी मशीन डिजिटल मशीन में एक सेल लगाने से 15 से 20 मरीजों का बीपी चेक हो पाता था। इस मशीन को चार्ज करने के बाद 250 से 300 का बीपी चेक होगा।

- पुरानी मशीन में एक मरीज की जांच के बाद दोबारा फिर उसका कटआफ बटन दबाना पड़ता था। डिजिटल प्रोफेशनल बीपी मशीन में केवल एक बार कटआफ दबाने के बाद लगातार यह जांच करती रहेगी।

- इसमें सेल नही बदलना पड़ेगा, बैटरी फिक्स होकर आती है।

- इस मशीन में पंपिंग नही करनी पड़ेगी।

- मशीन के साथ दो प्रकार के पफ दिए गए हैं। जो नार्मल और ओबेसिटी से ग्रसित मरीजों के लिए अलग अलग यूज किए जा सकेंगे।

शहर के देा अस्पतालों को मिलेगी सुविधा

पहले फेज में आई दस मशीनों को शहर के दो बेली और काल्विन अस्पताल को दिया जाएगा। बाकी आठ मशीनें सीएचसी पर भेजी जाएंगी। इनको सुविधा अनुसार भी यूज किया जाएगा। सेकंड फेज में बड़ी संख्या में मशीनों को प्रयागराज भेजा जाएगा। स्टाफ को इन मशीनों को चलाने की ट्रेनिंग भी दी जा रही है।

इसलिए पड़ रही है जरूरत

वर्तमान में प्रयागराज की जनसंख्या के हिसाब से 4.41 लाख लोगों के हाई ब्लड प्रेशर से ग्रसित होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसमें से ढाई हजार मरीजों की पहचान पिछले छह महीनों में हो गई है। बाकी मरीजों को चिंहित करने के लिए आईसीएमआर ने टूल भेज दिया है। अधिकारियेां का कहना है कि 2025 तक ब्लड प्रेशर की रोकथाम के लक्ष्य को पूरा करने के लिए संसाधन की बेहद आवश्यकता है।

हमें आईसीएमआर से डिजिटल प्रोफेशनल बीपी मशीन मिली है। इसके अनेक फायदे हैं। अभी इनकी ट्रेनिंग देने के बाद यह मशीनें स्टाफ को बांट दी जाएगी। जिससे अधिक से धिक लोगों की एक दिन में जांच की जा सकेगी।

डॉ। वीके मिश्रा, प्रभारी, एनसीडी सेल स्वास्थ्य विभाग प्रयागराज