प्रयागराज (ब्यूरो)। नई किताब प्रकाशन दिल्ली के स्टॉल पर सजी एकला चलो पुस्तक का अनुवाद कल्लोल चक्रवर्ती ने हिन्दी में किया है। अपने बेखौफ लेखों के चलते बांग्लादेश को छोडऩे के लिये विवश होनी वाली लेखिका तस्लीमा नसरीन को यूरोप और भारत के पश्चिम बंगाल में शरण लेनी पड़ी, लेकिन यहां से भी उन्हें निर्वासित किया गया। तस्लीमा के संघर्षों को दर्शाती 'एकला चलो पुस्तक लोगो के बीच में काफी चर्चा में है। पश्चिम बंगाल में दो बार 'आनन्द पुरस्कार से सम्मानित और विदेशों में भी दर्जनों पुरस्कार जीतने वाली तस्लीमा के विचारों को पढऩे के लिये पुस्तक प्रेमी यह पुस्तक खरीद रहे हैं। नई किताब प्रकाशन के आशीष सिंह बताते हैं कि द्वितीय विश्वयुद्व पुस्तक की भी काफी डिमाण्ड है। विकास मुखर्जी व जेपी सिंह की लिखित द्वितीय विश्वयुद्व में मानव सभ्यता के इतिहास का निर्णायक मोड़ को जानने के लिये पुस्तक प्रेमियों में काफी उत्साह नजर आता है। प्रकाशन संस्थान नई दिल्ली स्टाल पर भगवान विष्णु के दशावतारों पर विज्ञान-सम्मत आत्मकथात्मक उपन्यास 'दशावतार को लिखा है प्रमोद भार्गव ने। इस पुस्तक में विष्णु के दश अवतारों का विशेष वर्णन किया गया है। इसके साथ ही हेंड्रिक विलेम फान लून की लिखी 'मानवजाति का इतिहास को हिन्दी में अनुवाद किया है अरूण कुमार व संपादन नरेश 'नदीम भी लोगों को खूब पसंद आ रही है। इस किताब में विश्व में मानव जाति की उत्पत्ति कैसे हुई को दर्शाती है। कामतानाथ की 'नियति से साक्षात्कार, 'पानी का रंग, 'रावी तट पर भांगड़ा और 'चंदनपुर पुस्तक की भी खरीददारी हो रही है। हिम्मतभाई मेहता की पुस्तक चक्रवर्ती सन्यासी 'सरदार पटेल भी लोगों के बीच आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है।
उर्दू पत्रकारिता के 200 वर्ष पूरे होने पर सेमिनार कल
प्रयागराज पुस्तक मेला में गुरुवार को सुबह 11 बजे एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज में उर्दू पत्रकारिता के 200 वर्ष पूरे होने पर सेमिनार का आयोजन किया जाएगा। चीफ गेस्ट मेयर अभिलाषा गुप्ता नन्दी होंगी। विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रोफेसर संतोष भदौरिया मौजूद रहेंगे।