प्रयागराज (ब्यूरो)। मृतक वापी पश्चिम बंगाल के अगस्ता जिला स्थित पूर्व मेदनीपुर का रहने वाला था। वह पत्नी पार्वती के साथ यहां रोजगार की तलाश में आया था। उसे क्लाइव रोड निवासी संजय गुप्ता के यहां काम मिल गया। रहने के लिए मालिक संजय ने सर्वेंट क्वाटर में उसे जगह दी। पति को काम मिला तो पत्नी भी रोजगार तलाश ली। दोनों यहां रहकर कमाने खाने लगे। जिंदगी पटरी पर चल रही थी। बताते हैं कि पत्नी काम से घर लौटी तो दरवाजा अंदर से बंद था। यह देख वे पति को डोर खोलने के लिए आवाज दी। जवाब नहीं मिला तो वे क्वाटर में रहने वाले दूसरे लोगों को खबर दी। जब पड़ोसी कमरे के लोग पहुंचे और झांककर अंदर देखे तो दंग रह गए। पति के सुसाइड की खबर से वह चीख पड़ी। बात मालिक संजय तक पहुंची तो वह सब भी पहुंच गए। सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस पहुंची और बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दी। सुसाइड की क्यों किया यह बात किसी की समझ नहीं आई। कारण देर रात तक मालूम नहीं चल सका।
पुलिस पहुंची तो दरवाजा बंद था। किसी तरह उसे खोलकर बॉडी पोस्टमार्टम हाउस भेजी गई। पूरा मामला सुसाइड का है। सुसाइड क्यों किया? यह बात कोई नहीं बता पा रहा। जेपी शाही, इंस्पेक्टर सिविल लाइंस