प्रयागराज ब्यूरो । हंडिया थाना क्षेत्र के सदरेपुर गांव निवासी भानु प्रताप यादव के दो बेटे थे और तीन बेटिया हैं। बताया जाता है कि छोटा तीन वर्षीय बेटा धु्रव कुमार उर्फ गोलू मंगलवार को घर के पास से गायब हो गया था। परिजनों ने काफी खोजबीन की लेकिन कहीं नहीं पता चला। हंडिया पुलिस को सूचना मिलने पर पुलिस डाग स्क्वायड के साथ पहुंची थी लेकिन बच्चे का पता नहीं चला था। पुलिस एवं परिवार के लोग उसकी तलाश कर रहे थे। गुरूवार की सुबह गांव से लगभग आधा किमी दूर तालाब में ग्रामीणों ने बच्चे चप्पल उतराता हुआ देखा तो घर में सूचना दी। ग्रामीण एवं परिवार के लोग तालाब के किनारे पहुंच गये और तालाब में खोजबीन करने लगे। कुछ ही देर में बच्चे की बॉडी मिल गई। बच्चे की बॉडी मिलने पर ग्रामीण और परिजन आक्रोशित हो गये। इस दौरान भारी फोर्स भी मौके पर पहुंच गयी। बच्चे के शरीर में चोट के निशान को देखते हुए परिजन उच्चाधिकारियों के आने की मांग में अड गये। इस दौरान पुलिस से नोकझोक भी हुई। करीब तीन घंटे बाद पुलिस अधिकारियों के आश्वासन पर बच्चे की बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। परिजनों ने अपरण कर हत्या के बाद बॉडी फेंकने का आरोप लगाया है। पुलिस महिला सहित कई संदिग्धों को उठाकर पूछताछ कर रही है।
कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ
की जा रही है। अगर परिजन नामजद तहरीर देते हैं तो तो मुकदमा पंजीकृत कर आगे की काररवाई की जायेगी।
अभिषेक अग्रवाल, पुलिस उपायुक्त गंगानगर
जहां एक दिन पहले पुलिस ने की खोजबीन वहीं मिली बॉडी
जिस तालाब में पुलिस एक दिन पहले खोजबीन कर चुकी थी वहीं गुरूवार को बच्चे की बॉडी मिली है। लोगों का कहना है कि कहीं रात्रि में तो नहीं बच्चे की बॉडी को तालाब में फेंका गया है। बताया जाता है कि बच्चे के शरीर में कई जगह चोट के निशान भी दिखाई दे रहे थे। मृतक बच्चे के मां राजकुमारी रो-रो कर यही कह रही थी कि उसके बच्चे को पडोसी ही अगवा कर हत्या के बाद शव को फेंक दिये हैं। चर्चा यह भी रही कि कहीं तंत्र-मंत्र के चक्कर में तो बच्चे की हत्या नहीं कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद बच्चे की मौत को कारण स्पष्ट होगा।