फौजी था मृतक, कार की सीट पर खून से लथपथ मिली बॉडी
जम्मू में थी पोस्टिंग, आज लौटना था ड्यूटी पर, शुक्रवार की रात निकला था मोमोज लेने
फ्रेंड ने दी पत्नी को सूचना, घर वालों ने लगाया हत्या की साजिश का आरोप, पुलिस ने थाने में बैठाया
जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में तैनात सेना का हवलदार संदिग्ध परिस्थितियों अपनी की कार की बैक सीट पर लहूलुहान मिला। उसके साथ गाड़ी में मौजूद रही महिला मित्र की सूचना पर पहुंचे परिवार के लोग उसे लेकर मिलिट्री हॉस्पिटल पहुंचे तो पता चला कि वह दम तोड़ चुका है। इससे पूरा परिवार सन्नाटे में आ गया। इस कहानी में ट्विस्ट आया जब मृतक के पिता ने महिला मित्र पर ही साजिश करके हत्या कराने का आरोप लगा दिया। इसके कुछ ही देर बाद एक और स्टोरी सामने आ गयी। यह स्टोरी महिला मित्र की तरफ से पेश की गयी थी। इसमें आरोप लगाया गया था कि उसके साथ सामूहिक बलात्कार हुआ है। इसकी पुष्टि के लिए महिला को अस्पताल भेजा गया तो पता चला कि वह कोविड पॉजिटिव है। इसके बाद उसे अस्पताल में दाखिल करा दिया गया है। एसपी सिटी का कहना है कि कुछ क्लू हाथ लगे हैं। इसके आधार पर घटना की तह तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है। उम्मीद है कि जल्द ही पूरे घटनाक्रम का खुलासा हो जाएगा और आरोपित भी जेल पहुंचाये जाएंगे।
इस रास्ते पर कोई नहीं जाता
मृतक का नाम आशुतोष कुमार सिंह था। वह ट्रांसपोर्ट नगर से लगे स्थित महेन्द्र नगर में रहता था। परिवार में पिता अशोक सिंह, मां शीला देवी के अलावा पत्नी प्रतिमा सिंह और दो बच्चे हैं। आशुतोष की गाड़ी नीमसराय स्थित गयासुद्दीनपुर मैदान में खड़ी मिली। पुलिस के अनुसार रात में स्पॉट के आसपास नशेडि़यों का जमावड़ा होता है। इसलिए कोई भी इस रास्ते पर जाने से बचता है। आशुतोष अपने साथ एक युवती को लेकर यहां कैसे पहुंच गया? इसकी जांच की जा रही है। हत्या की जानकारी मिलते ही फौजी के घर में सन्नाटा पसर गया। शनिवार सुबह घटना स्थल का जायजा लेने के लिए एडीजी जोन प्रेम प्रकाश, एससी सिटी दिनेश कुमार सिंह समेत सीओ सिविल लाइंस अजीत प्रताप सिंह चौहान पहुंच गए। कई घंटे चले जांच पड़ताल के साथ पुलिस ने कुछ संदिग्ध को उठाकर पूछताछ में जुटी हुई है।
भटक गए थे रास्ता
परिवारवालों के अनुसार आशुतोष कुमार सिंह (388) सेना में हवलदार पोस्ट पर जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में तैनात थे। वह दो जनवरी को छुट्टी लेकर घर आये थे। शनिवार को उसे वापस डयूटी पर लौटना था। उसका टिकट भी बुक हो चुका था। डयूटी पर लौटने से पहले शुक्रवार रात 8:30 बजे करीब कन्हईपुर निवासी जान पहचान की एक 20 वर्षीय लड़की के साथ टहलने और उसे मोमोज खिलाने निकले थे। रात लगभग 10:00 बजे लड़की ने ही आशुतोष सिंह के परिजनों को सूचना दी कि वह गंभीर रूप से घायल हो गये हैं। सूचना पर परिजन व पुलिस मौके पर पहुंचे। जिसके बाद घायल हवलदार को पहले निजी अस्पताल और बाद में मिलिट्री अस्पताल पहुंचाया यहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस द्वारा पूछताछ पर लड़की ने बताया कि मोमोज लेकर कार से लौट रहे थे। लौटते समय रास्ता भटक जाने पर एसटीपी के पास सूखे तालाब के पास जा पहुंचे। जहां पहले से कुछ लोग रास्ते पर कब्जा करके बैठे थे। कार का हॉर्न बजाने पर भी वे रास्ते से नहीं हटे। जिस पर फौजी अपनी गाड़ी से उतरा और उन्हें रास्ते से हट जाने के लिए बोला। बताया जाता है कि बस इतनी सी बात से नाराज लड़कों ने सड़क से ईट उठाया और आशुतोष को दे मारा। इससे उसे ब्रेन हेमरेज हो गया और वह वहीं गिर पड़ा। इसके बाद उस पर दो तीन बार वार किया गया। इसके बाद आशुतोष को उसी की गाड़ी की पिछली सीट पर डालकर वे भाग निकले।
तीन में से दो भाई हैं सेना में
महेंद्र नगर मोहल्ले में रहने वाले आशोक कुमार सिंह पीएसी से रिटायर्ड हैं। उनके तीन बेटे हैं। बड़ा बेटा आशुतोष कुमार सिंह जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में सेना में हवलदार था। मझला बेटा अभिषेक कुमार सिंह भी सेना में है। इस वक्त उसकी पोस्टिंग अहमदनगर में है। छोटा बेटा सुदीप कुमार सिंह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है। आशुतोष कुमार सिंह की शादी 2008 में प्रतिमा सिंह से हुई थी। उनका एक 11 वर्षीय आदित्य और नौ वर्षीय अनन्या है। बेटा 6 और बेटी क्लास दो में पढ़ती है। इन दोनों को नहीं मालूम की आखिर इनके पापा कहां गए। घरवाले डयूटी पर वापस लौट जाने का हवाला दे रहे हैं।
लड़की पर साजिश का आरोप
आशुतोष सिंह के पिता अशोक कुमार सिंह ने धूमनगंज थाने में बेटे के साथ में मौजूद लड़की के खिलाफ हत्या और साजिश करने का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन में जुट गई है। धूमनगंज थाना पुलिस लड़की को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। वहीं करेली थाना प्रभारी बृजेश सिंह की टीम के साथ सिटी की क्राइम ब्रांच प्रभारी शैलेश सिंह को मामले के खुलासे के लिए भी लगा दिया गया है। हवलदार पर हमला करने वाले आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस की कई टीमें दबिश दे रही हैं।
बार-बार बदल रही बयान
वारदात के दौरान मौजूद चश्मदीद गवाह कन्हईपुर निवासी लड़की पुलिस के सामने बार-बार बयान बदलती रही। उसने पुलिस अफसर के सामने आरोप लगाया कि उसके साथ गैंग रेप हुआ है। इसके बाद पुलिस ने लड़की के कपड़ों को सुरक्षित करा लिया और उसे मेडिकल के लिए महिला कांस्टेबल के साथ अस्पताल भेज दिया है। एसओ धूमनगंज अरुण चतुर्वेदी के अनुसार युवती कोरोना पॉजिटिव पायी गयी है। इसी के चलते उसका मेडिकल नहीं हो पाया है। उसे कोविड हॉस्पिटल भेज दिया गया है। जांच के बाद घटना में उसका रोल सामने आया तो आगे की कार्रवाई की जाएगी।
दो जनवरी को छुट्टी पर आए थे
हवलदार आशुतोष सिंह दो जनवरी को छुट्टी पर घर आए थे। उनके पिता अशोक सिंह की तरफ से दर्ज करायी गयी रिपोर्ट में नामजद की गयी युवती की कहानी भी मार्मिक है। वह तीन बहने हैं। उसके पिता भी पीएसी धूमनगंज में हेड कांस्टेबल के पद पर पोस्टेड हैं। वह मूल रूप से बलिया जिले के रहने वाले हैं। सूत्रों का कहना है कि युवती के पिता बच्चियों से संबंध नहीं रखना चाहते थे इसलिए उन्हें गांव में छोड़ दिया था। उन्होंने यहां पहुंचकर पीएसी के अफसरों को पूरी कहानी बयां की लोगों ने पिता पर प्रेशर बनाकर उन्हें खर्च दिलाना शुरू किया। तीनो बहनें पीएसी की बैरक में ही खाना खाती है। 21 जनवरी को ही तीनों बहन वापस प्रयागराज आई थी। तीनों पिता द्वारा कन्हईपुर में बनवाये गये मकान में रहती हैं। यहां से कुछ दूरी पर मृतक आशुतोष कुमार सिंह ने भी एक मकान बनवा रखा है। लड़की कहना है कि अक्सर वह उसके घर में पानी भरने जाती थी। उस दौरान दोस्ती हुई थी।
दिन भर होती रही चर्चा
फौजी की हत्या के बाद से घटना स्थल से लेकर मोहल्ले तक एक ही बात की चर्चा होती रही। आखिर महेन्द्र नगर मोहल्ले में कई वर्षो से रहने वाला व्यक्ति कैसे रास्ता भटक गया। वह भी सुनसान जगह पर जा पहुंचा। जिस जगह पर घटना हुई है। उस जगह पर अक्सर शराबी व नशेड़ी बैठे रहते हैं। वह अड्डा ही शराबियों व नशेडि़यों का है। माना जा रहा है कि मृतक लड़की को लेकर गया होगा। दोनों को साथ देखकर ही शायद विवाद ने बड़ा रूप लिया होगा।
पिता की तरफ से दी गयी तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गयी है। युवती हिरासत में है। उसने अपने साथ गलत होने की बात कही है। इसके आधार पर उसके कपड़े सुरक्षित रखवा लिये गये हैं। पुलिस जांच में जुटी है जल्द ही खुलासा और गिरफ्तारी का पूरा प्रयास है।
दिनेश कुमार सिंह
एसपी सिटी, प्रयागराज