प्रयागराज (ब्यूरो)। गंगापार इलाके के इस्माइलपुर गांव निवासी स्व। हरिश्चंद्र का बेटा शंकर लाल पांच बहनों के बीच इकलौता था। हरिश्चंद्र की मौत के बाद परिवार की जिम्मेदारी शंकरलाल पर ही थी। वह मेहनत मजदूरी करके पत्नी किरन देवी, मां रामदुलारी और तीन बच्चों दो बेटी और एक बेटे का भरणपोषण किया करता था। परिजनों का कहना है कि गांव के ही उसके साथ काम करने वाले एक शख्स से छह अक्टूबर को उसका झगड़ा हुआ था। उसी के बाद से शंकर लाल घर नहीं पहुंचा। उसकी तलाश में जुटे घर वालों को कुछ लोगों द्वारा इस विवाद की जानकारी दी गई। दोनों आपस में दोस्त थे और दारू के रुपयों को लेकर विवाद की बात सामने आई थी। हर जगह उसकी तलाश करके थक गए तो पत्नी किरन ने सोरांव थाने में तहरीर देकर हत्या का आरोप गांव के दूधनाथ पर लगाई। कहना है कि रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस शुक्रवार को आरोपित के घर पहुंची। सुबह शनिवार को शंकर लाल की बॉडी दरवाजे से सामने स्थित तालाब में मिली। जानकारी हुई तो पुलिस पहुंची मगर परिवार हंगामा शुरू कर दिया। कहना था कि पहले आरोपित को गिरफ्तार किया जाय। किसी तरह उन्हें शांत कराते हुए पुलिस बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दी। जांच पड़ताल के बाद पुलिस द्वारा तालाब में डूबने से उसकी मौत की आशंका जताई गई।
बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद जो भी स्थिति होगी उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई कराई जाएगी। पानी में होने की वजह से बॉडी काफी फूल गई थी। शुक्रवार को दी गई तहरीर पर मारपीट का केस दर्ज किया गया है।
सुधीर कुमार, सीओ सोरांव