- एसआरएन अस्पताल के कोरोना वार्ड में कराया गया है भर्ती

- एक अन्य मरीज का किया गया है आपरेशन, निकाली गई नेग्जिला बोन

प्रयागराज- ब्लैक फंगस के मरीजों की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है। अब एसआरएन अस्पताल में भर्ती दो मरीजों की कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव आ जाने से हड़कंप मच गया है। दोनों को कोरोना वार्ड में भर्ती कराया गया है। हाल ही में यह दोनों कोरोना से ठीक हुए थे। इसके बाद ब्लैक फंगस के लक्षण आने के बाद इन्हें एसआरएन में इलाज के भर्ती कराया गया है।

पहले कोरोना का होगा इलाज

दोनों मरीज कोरांव के रहने वाले हैं। इनमें से एक की उम्र 65 साल तो दूसरे की 22 साल है। 65 साल वाले मरीज एसआरएन अस्पताल में भर्ती थे और ठीक होने के बाद डिस्चार्ज कर दिए गए। जबकि 22 साल के युवक का शुगर लेवल बढ़ा हुआ है और उनका कोविड का इलाज बालसन चौराहे के एक निजी अस्पताल में हुआ था। दोनों ने जांच कराई तो ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है। इसके पहले की इनकी सर्जरी की जाती जांच में यह दोनों पुन: पाजिटिव पाए गए है। इनको भर्ती कर पहले इनका कोरोना का इलाज किया जा रहा है। ईएनटी विभाग के डॉ। राम सिया का कहना है कि जरूरत पड़ने पर इनकी सर्जरी भी की जाएगी। क्योंकि दोनों ब्लैक फंगस संक्रमण से जूझ रहे हैं।

एक और सर्जरी को दिया अंजाम

इस बीच एसआरएन अस्पताल में गुरुवार को एक और सर्जरी की गई। मरीज हॉस्पिटल के ही एक स्टाफ नर्स के पति है ंऔर कोरोना मुक्त होने के बाद ब्लैक फंगस के शिकार हो गए। ईएनटी विभाग के डॉ। सचिन जैन के नेतृत्व में डॉक्टर्स की टीम ने उनकी नॉक की हड्डी को निकाला है। बताया जा रहा है कि जरूरत पड़ने पर ब्लैक फंगस के मरीज के एक से अधिक आपरेशन करने पड़ सकते हैं।