- नारी निकेतन में किशोरी की मौत का मामला

खुल्दाबाद स्थित नारी निकेतन बालिका संप्रेक्षण गृह में किशोरी की मौत के मामले में तीन महिला कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई है। इसमें दो महिला होमगार्ड व एक चतुर्थ श्रेणी महिला कर्मचारी हैं। जांच में पता चला है कि घटना की रात तीनों कर्मचारी सतर्क नहीं थीं। अगर वह अपनी ड्यूटी सही ढंग से निभाती तो शायद घटना न होती। इस आधार पर तीनों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है। साथ ही मजिस्ट्रेट की रिपोर्ट आने के बाद अन्य लापरवाह कर्मचारियों के विरुद्ध भी कार्रवाई हो सकती है।

करछना निवासी 17 वर्षीय एक किशोरी शुक्रवार रात नारी निकेतन के एक कमरे में दुपट्टे का फंदा बनाकर पंखे के चुल्ले से लटक गई थी। मगर उस वक्त ड्यूटी पर तैनात दो महिला होमगार्ड व महिला कर्मी को इसकी भनक तक नही लग सकी। शनिवार सुबह नाश्ता लेकर कर्मचारी कमरे में गई तो किशोरी को फंदे पर लटका देख खलबली मच गई थी। घटना के बाद विभागीय अधिकारियों ने ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों से पूछताछ की। सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की गई, जिसमें पाया गया कि तीनों कर्मचारियों ने सुरक्षा को लेकर लापरवाही बरती है। हालांकि उन्होंने अपने-अपने बयान में अलग-अलग कहानी बताई है। जिला प्रोबेशन अधिकारी पंकज मिश्रा का कहना है कि जांच में प्रथम दृष्टया तीन महिला कर्मियों की लापरवाही मिली है। महिला कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए निदेशक महिला कल्याण व होमगार्ड कमांडेंट को पत्र लिखा गया है। जल्द ही दोनों होमगार्ड को ड्यूटी से हटाने व एक कर्मचारी के निलंबन की कार्रवाई हो सकती है।

किसने दिया था मोबाइल, नहीं चला पता खुदकुशी करने वाली किशोरी के पास एक मोबाइल भी था। उसी से वह अपनी बहन व अन्य लोगों से बातचीत करती थी। घटना के बाद पुलिस ने जब कमरे की छानबीन की तो कमरे से मोबाइल बरामद हुआ। हालांकि अब तक की जांच में यह नहीं पता चल सका है कि किशोरी को मोबाइल किसने और कब दिया था। ऐसा तब किया गया था, जब नारी निकेतन में मोबाइल का प्रयोग करना वर्जित था।