प्रयागराज ब्यूरो । होली की मार्केट में तेजी से बदलाव हो रहा है। रंग से लेकर पिचकारी तक केवल बदलाव नहीं हो रहे बल्कि इनके फीचर्स में साइंटिफिक चेंज भी देखने को मिल रहे हैं। इस बार बाजार में ऐसे यूनिक प्रोडक्ट्स की भरमार है, साथ ही इनकी डिमांड भी बढ़ रही है। दुकानदारों का कहना है कि दीवाली की तरह होली पर भी लोगों को कुछ नयापन की दरकार है।

केमिकल वाले रंग से दूरी

एक समय था जब होली पर साधारण रंग की जबरदस्त बिक्री होती थी। यह रंग काफी कम कीमत में उपलब्ध हो जाते थे लेकिन स्किन पर इनके साइड इफेक्ट से लोगों ने दूरी बनानी शुरू कर दी है। इसकी जगह अब हर्बल कलर्स और अबीर गुलाल ने लेनी शुरू दी है। हालांकि इनकी कीमत अधिक है फिर भी लोग इन्हे पसंद कर रहे हैं। इनकी खासियत है इनका केमिकल फ्री होना। इनमें फूल, पत्ती और पेड़ों की लकडिय़ों का यूज होता है। कई पत्तियां विदेशों से भी आती हैं। कुछ कलर्स में फलों का अर्क भी डाला जाता है। ऐसे कलर्स को फेस पर लगाने के बाद तत्काल इन्हें छुड़ाया भी जा सकता है।

अबीर गुलाल में फ्लेवर्स अवेलेबल

मार्केट में अबीर गुलाल तो हर्बल आ रही रहे थे, अब इनके भी फ्लेवर्स आने लगे हैं। इस बार चार प्रकार के फ्लेवर काफी पसंद किए जा रहे हैं। इनमें नींबू, संतरा, मैंगो और अनार शामिल हैं। इनकी भीनी महक खुद ब खुद अपनी ओर आकर्षित करती है। इसकी कीमत मार्केट में 300 रुपए के आसपास है। इसी तरह कलर्स भी हैं। इनकी कीमत भी 400 से 500 रुपए के आसपास है।

मल्टी कलर स्मोक और शाट्स

दीवाली पर आतिशबाजी की बहुत मांग होती है। लोग मल्टी शाट्स अपने घर लेकर आते हैं। एक बार आग लगाने के लिए यह आकाश में बार बार फटकर कई कलर्स में आतिबाजी करते हैं। इसी तर्ज पर कई शाट्स के कलरफुल वेरियएंट्स मार्केट में अवेलेबल हैं। इनकी कीमत भी 500 से कम नही है। इसी तरह मल्टी कलर स्मोक्स मौजूद हैं। इनको जलाने के बाद हवा में कई कलर का धुआं निकलता है और इसे गल्र्स काफी पसंद कर रही हैं।

पहली बार बाजूकागन हुई इंट्रोड्यूस

इस बार मार्केट में पहली बार बाजूकागन इंट्रोड्यूस हुई है। इससे हवा में गुलाल उड़ाया जा सकता है। इसकी कीमत 450 रुपए है और कंपनी ने इसका डिजायन रजिस्टर्ड करा रखा है। दुकानदार ने बताया कि यह यूनिक आइटम है और इससे हवा में कलरफुल फायर कर सकते हैं। दूसरे नंबर पर 50 रुपए गुलाल गन है। इससे भी गुलाल उड़ाया जा सकता है। इसे बच्चे काफी पसंद कर रहे हैं।

परंपरागत पिचकारी गॉन, टैंक पिचकारी ऑन

कुछ साल पहले तक टैंक वाली पिचकारी एकाध दुकानों पर महंगे दाम पर मिलती थी। लेकिन अब बच्चों मं इसका जबरदस्त क्रेज है। यही कारण है कि कंपनी ने तमाम डिजाइयन में इसे मार्केट में उतार दिया है। इसकी कीमत भी पाच सौ रुपए के भीतर है। बच्चे इसकी वैरायटी के कारण इसे बहुत पसंद कर रहे हैं। वही परंपरागत पिचकारी की डिमांड कुछ कम हुई है।