एक पक्ष पर चाकू से हमले के बाद आमने-सामने हुए दो समुदाय
पब्लिक ने किया पथराव, चक्काजाम, पुलिस ने की हवाई फायरिंग
एसडीएम, चौकी इंजार्च समेत दर्जन भर से अधिक घायल
ALLAHABAD: सर्दी के सीजन में ठंड से मुकाबला करने में काम आने वाले वाले पुआल के चक्कर में शुक्रवार को करमा बाजार जल उठा। दो समुदाय के लोग खून खराबे की मुद्रा में आमने-सामने आ गये। आपस में मारपीट और चाकूबाजी को रोक कर मामला शांत कराने के लिए पहुंची पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की टीम से भी पब्लिक उलझ गयी। पुलिस ने बल प्रयोग करने की कोशिश की तो पब्लिक पत्थर लेकर उतर आयी। एसडीएम समेत कई अफसर चोटिल हो गये तो पुलिस को भीड़ को तितर बितर करने के लिए हवाई फायरिंग का सहारा लेना पड़ गया। इसके बाद किसी तरह बवाल शांत हुआ। मौके की नजाकत को देखते हुए बाजार में आरएएफ के साथ पुलिस तैनात कर दी गयी है। घायल को एसआरएन लाया गया है। पुलिस उपद्रवियों की तलाश में जुटी है।
एसएसपी आकाश कुलहरि, एसपी यमुनापार दीपेन्द्र चौधरी समेत सीओ एसडीएम करछना राजा गणपति गंभीर रुप से जख्मी हो गए।
आधे शहर से बुलायी गयी फोर्स
करमा बाजार यमुनापार इलाके के घूरपुर थाना एरिया में पड़ता है। घूरपुर को करछना से जोड़ने वाले रास्ते पर पड़ने वाली इस बाजार के रहने वाले सुभाष पटेल के मकान के बाहर रखा पुआल गुरूवार को गांव का रहने वाला वसीम अहमद बिना बताए ले जा रहा था। सुभाष के बेटे धर्मेन्द्र की नजर उस पर पड़ गई तो उसने दौड़ा लिया। इस पर शोर शराब हुआ तो आस पड़ोस के गांव वाले एकत्र हो गये। इसी पर दोनो पक्षों में कहासुनी और हाथापाई हो गयी। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों से बातचीत करके मामला सुलझा दिया। इस पर न तो कोई रिपोर्ट लिखी गयी और न ही किसी का चालान किया गया।
चाय की दुकान पर हमले से शुरुआत
सुभाष के बेटे की बाजार में चाय-नाश्ते की दुकान है। शुक्रवार की सुबह वह रोज की तरह दुकान खोलने के लिए पहुंचा। दुकान खुलने के कुछ ही देर बाद वसीम अपने तीन-चार साथियों के साथ वहां पहुंचा। धर्मेन्द्र उनकी नीयत भांप पाता, इससे पहले ही आरोप है कि उस पर चाकू से वार कर दिया गया। चाकू के वार से उसके पेट और जांघ पर जख्म हो गया। इसकी जानकारी परिवार और गांव वालों को हुई तो वे लाठी-डंडा लेकर सड़क पर उतर आए। पब्लिक ने गौहनिया-करछना मार्ग जाम कर दिया। परिवार वालों ने घायल धर्मेन्द्र को स्थानीय अस्पताल पहुंचाया।
अचानक भड़क उठी पब्लिक
ग्रामीणों के सड़क पर उतर कर जाम करने की सूचना हुई तो एसपी यमुनापार दीपेन्द्र चौधरी, सीओ करछना व एसडीएम राजा गणपति सहित कई थाने की फोर्स मौके पर पहुंच गए। सड़क जाम कर रहे गांव वाले पुलिस को देख शांत हो गए तो पुलिस को लगा कि मामला शांत हो गया। बताया जाता है कि इसी बीच खीरी के रहने वाले मोहन सिंह की इंट्री हुयी। उसने पब्लिक को कुछ समझाया, इसके बाद चिंगारी भड़क उठी। पब्लिक ने अचानक हाथ में ईट-पत्थर उठा लिया और पुलिस पर फेंकने लगे। अचानक बदली परिस्थितियों में जब तक पुलिस वाले अपने आप को संभालते कई जख्मी हो चुके थे। पुलिस ने लाठी भांजकर पब्लिक को खदेड़ने का प्रयास किया तो पथराव बढ़ गया और आगजनी की कोशिश भी होने लगी। इसके बाद मौके पर आरएएफ को बुला लिया गया। इसके बाद पुलिस ने हवाई फायरिंग करते हुए पब्लिक को दौड़ा लिया। इसके बाद भीड़ छटी और मामला शांत हुआ।
एसआई के साथ कई सिपाही जख्मी
पथराव में एसपी यमुनापार दीपेन्द्र चौधरी, सीओ करछना अमित श्रीवास्तव, गौहनियां व एग्रीकल्चर चौकी इंचार्ज समेत करीब आधा दर्जन पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। एसडीएम करछना राजा गणपति का पैर फ्रैक्चर हो गया। मुख्यालय तक सूचना पहुंचने पर एसएसपी आकाश कुलहरि शहर और आसपास के थानों को स्पॉट पर पहुंचने का निर्देश देते हुए खुद वहां पहुंच गये। अधिकारियों के घायल होने पर पुलिस ने आव देखा न ताव ग्रामीणों को लाठी लेकर खदेड़ लिया। एसएसपी आकाश कुलहरि ने किसी तरह गांव वालों को इशारे से समझाने का प्रयास किया। जिस पर आक्रोशित गांव वाले शांत हुए और फिर एसएसपी को घेर लिया। एसएसपी के पूछने पर घटना के बारे में उन्हें अवगत कराया। इस पर एसएसपी ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के आश्वासन दिया।
पुलिस बल के साए में बीती रात
इस घटना को देखते हुए करमा गांव में पुलिस बल के साथ ही अन्य सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गयी है। गांव वाले भी पुलिस का तेवर देखकर सहमे हुए थे। कड़कड़ाती ठंड में पुलिस का मूवमेंट पब्लिक को एलर्ट करने वाला था। अफसरों के घायल होने से गिरफ्तारी की संभावना से पब्लिक सहमी हुई थी। रात भर पुलिस के लोग गांव और आस पास पैदल गश्त करते रहे।
आरोपी पक्ष के घर लटका ताला
चाकू से हमला करने वाले वसीम अहमद पुत्र सलीम समेत अन्य आरोपियों के घर ताला लटका हुआ था। पुलिस इनकी तलाश में देर रात तक घर के अलावा उनके परिचितों के घर दबिश दी मगर इनमें से कोई भी नहीं मिला और न ही पुलिस को इनका कोई सुराग देर शाम तक मिल सका था। फिलहाल पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पूरा जोर लगा दिया है। पुलिस का दावा है कि हमलावरों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। कुछ लोगों को उठाकर आरोपियों के बारे में पूछताछ की जा रही है।
सात लोगों के खिलाफ मुकदमा
धमर्ेंद्र पटेल पर हुए हमले के मामले में सात को नामजद किया गया है। सूत्रों के अनुसार एक आरोपी इरशाद को छोड़कर बाकी छह को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। नामजद किए गए लोगों में नदीम, वसीम, एनुअल, साहेब आलम, नूरे आलम, इरशाद और गुलशेर का नाम शामिल है। तहरीर में कई लोगों को अज्ञात बताया गया है। बताया जा रहा है कि एक आरोपी इरशाद खाड़ी देश में नौकरी करता है। पुलिस इसकी असलियत का पता लगाने में जुटी है।
करमा बाजार में धर्मेन्द्र पटेल पर चाकू से मुस्लिम युवक ने हमला किया है। इस पर पटेल समाज के लोगों ने मुस्लिम बस्ती में जाकर गाली गलौज करते हुए सड़क जाम किया गया। विवाद के पीछे तीन लड़कों का नाम सामने आया है। इनकी गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दी गयी है।
आकाश कुलहरि,
एसएसपी, इलाहाबाद