प्रयागराज ब्यूरो । पीडीए की टीम ने कोचिंगों की जांच पड़ताल का अभियान चलाया था या फिर केवल बेसमेंट को सील करने का ये समझ से परे है। खैर, एक और मामला सामने आया है। यहां पर भी पीडीए ने कार्रवाई की है। बेसमेंट सील किया है। केवल इसलिए कि बिल्डिंग में कोचिंग चलती है। बेसमेंट सील होने की प्रक्रिया से एरिया में पीडीए की कार्रवाई को लेकर सवाल उठने लगा है। हैरत इस बात की है कि भवन स्वामी को इसके लिए कोई नोटिस भी जारी नहीं किया गया। केवल वहां पर बैनर टांग दिया गया है।
ये है मामला
पिछले दिनों पीडीए टीम शांतिपुरम में कोचिंगों की जांच के लिए गई थी। पीडीए टीम को बेसमेंट में चल रही कोचिंगों की जांच करनी थी। पीडीए की टीम शांतिपुरम चौराहा के पास सुपर क्लाइमेक्स कोचिंग में पहुंची। यहां पर बेसमेंट में लगा शटर बंद था। बिल्डिंग में क्लास चलती है। पीडीए टीम ने कोचिंग की बिल्डिंग के बेसमेंट को सील कर दिया। जबकि कोचिंग की व्यवस्था संभालने वालों का कहना है कि बेसमेंट का इस्तेमाल कोचिंग की क्लास के लिए नहीं होता था। कोचिंग फस्र्ट और सेकेंड फ्लोर पर चलती है। बिल्डिंग का ग्राउंड फ्लोर खाली है। बेसमेंट में ताला बंद रहता है। इसके बाद भी बेसमेंट सील कर दिया गया।
कई शिफ्ट में चलती है क्लास
सुपर क्लाइमेक्स कोचिंग में कई शिफ्ट में क्लास चलती है। सुबह से लेकर शाम तक कोचिंग में क्लास चलती रहती है। कोचिंग का बेसमेंट से कोई मतलब नहीं है। ऐसा कहना है भवन स्वामी का।
बगैर नोटिस कर दिया सील
हैरत की बात है कि पीडीए ने कोई नोटिस भवन स्वामी आलोक पांडेय को जारी नहीं किया। और बगैर नोटिस दिए ही बेसमेंट को सील कर दिया। जबकि बेसमेंट पहले से बंद चल रहा था।
पीडीए की कार्रवाई गलत है। बिल्डिंग में फस्र्ट और सेकेंड फ्लोर पर कोचिंग की क्लास चलती है। ग्राउंड फ्लोर खाली है। बेसमेेंट का कोई इस्तेमाल नहीं किया जाता है। इसके बाद भी बेसमेंट सील कर दिया गया, कोई नोटिस भी नहीं दी गई।
आलोक पांडेय, भवन स्वामी, शांतिपुरम