प्रयागराज ब्यूरो । मृतक रितेश साहू की बहन रीना साहू व परिवार के अन्य लोगों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया। कहा कि आरोपितों के परिवार की कुछ महिलाओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है। थाने पर बाकायदे उनकी आवभगत की जा रही है। वह महिलाएं मोबाइल से बराबर बात कर रहीं हैं। उनके रहने के लिए थाने में पुलिस के द्वारा बिस्तर का प्रबंध किया गया। लॉकअप के बजाय उन्हें महिला हेल्प डेस्क की केबिन में बैठाया गया है। इतना ही नहीं कीडगंज पुलिस पर पैसा लेकर गिरफ्तारी नहीं करने तक के आरोप उनके द्वारा लगाए गए। इस बीच पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई। परिवार द्वारा मृतक के भाई कौ नौकरी व आर्थिक मदद की भी मांग की गई। सभी डीएम के आने व अभियुक्तों की गिरफ्तारी के बाद ही अंतिम संस्कार की जिद पर अड़े रहे। हंगामें और जाम की खबर सुनने के बाद डीएम के निर्देश एसडीएम सदर मौके पर पहुंचे। एसडीएम द्वारा उनकी मांग को शासन तक पहुंचाने व आर्थिक मदद का आश्वासन दिया गया। बावजूद इसके अभियुक्तों की तत्काल गिरफ्तारी को लेकर लोग सड़क से नहीं हटने की जिद पर अड़े रहे। कहना था कि जिस दिन आरोपितों ने रितेश को पीटा था, उसी दिन पुलिस को तहरीर दी गई थी। हॉस्पिटल में एडमिट कराने के बावजूद तत्काल पुलिस द्वारा मुकदमा नहीं लिया गया। घटना के कई दिन बाद 27 अक्टूबर को नार्मल धाराओं मारपीट, गाली गलौज का केस दर्ज किया गया। जबकि पुलिस को मालूम था कि रितेश की हालत गंभीर है। बावजूद इसके आरोपितों की गिरफ्तारी करने से पुलिस कतराती रही। तीन बजे तक जाम तो समाप्त हो चुका था मगर बॉडी का अंतिम संस्कार करने को परिवार राजी नहीं था। बताते हैं कि पुलिस अफसरों द्वारा काफी प्रयास के बाद परिवार शाम करीब चार बजे अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए। इसके बाद दारागंज घाट पर उसका अंतिम संस्कार किया गया।
सोमवार को हॉस्पिटल में तोड़ा था दम
बैरहना निवासी रितेश साहू पुत्र चंद्र मोहन की ठीक दीपावली के दिन पड़ोसियों द्वारा पिटाई कर दी गई थी। पिटाई के पीछे दरवाजे तक खड़ी कार हटाने को लेकर विवाद बताया गया था। इसी विवाद के चलते पड़ोसियों ने उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी थी। पिटाई के चलते उससे गंभीर चोटें आईं और वह खून से लथपथ हो गया। यह देखकर परिवार में चीखपुकार मच गई थी। सूचना पर पहुंची कीडगंज पुलिस द्वारा उसे एसआरएन हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। जहां उसकी सोमवार को मौत हो गई थी। इसी मौत के बाद पिछले दिनों से परिवार वह मोहल्ले के लोग बैरहना में चक्का जाम किए। मंगलवार को पोस्टमार्टम बाद बॉडी घर पहुंची तो फिर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। बॉडी को दरवाजे पर रोड किनार रेखकर लोग सड़क पर उतर पड़े।
बाक्स
बढ़ाई गई 304 की धारा
रितेश की मौत को लेकर सोमवार को हुए हंगामें व जाम के बाद पुलिस द्वारा पूर्व में दर्ज मुकदमे में 304 यानी गैर इरादतन हत्या की धारा दी गई। हालांकि मंगलवार को नाराज परिवार का कहना था कि था बढ़ाई गई धारा की कॉपी पुलिस द्वारा उन्हें नहीं दी गई। कहना था कि आरोपितों के इलेक्ट्रानिक दुकान में सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है। पुलिस आज तक दीपावली के दिन हुई घटना का सीसीटीवी फुटेज नहीं निकाली। आरोप है कि पुलिस आरोपितों को बचाने का काम कर रही है।
घायल रितेश की मौत के बाद पूर्व दर्ज मुकदमे में धारा 304 की बढ़ोत्तरी कर दी गई है। आरोपितों की तलाश की जा रही है। जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार किया गया।
राममूर्ति यादव, थाना प्रभारी कीडगंज