- एक पक्ष की ओर से पहुंचा था हिस्ट्रीशीटर कल्लू तिवारी, लाइसेंसी असलहा छीनकर मार दी गयी गोली
PRAYAGRAJ: वर्ष 2013 में बारा थानाध्यक्ष रहे राजेन्द्र द्विवेदी हत्याकांड के आरोपित अमित उर्फ कल्लू तिवारी की शनिवार की सुबह लालापुर के नगरवार गांव में गोली मारकर हत्या कर दी गयी। पुलिस के मुताबिक खेत में पानी को लेकर दो पक्षों के विवाद में एक पक्ष की ओर से पहुंचे अमित उर्फ कल्लू तिवारी को दूसरे पक्ष के एक व्यक्ति ने लाइसेंसी असलहा छीनकर गोली मार दी। मामले में पुलिस ने छह के खिलाफ केस दर्ज कर दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त असलहा बरामद कर लिया है। जबकि चार अन्य की तलाश की जा रही है। पुलिस का कहना है कि अन्य आरोपितों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
फौजी की लाइसेंसी है बंदूक
पुलिस के मुताबिक शनिवार को लालापुर के नगरवार गांव में खेत में पानी जाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया था। बताया जाता है कि एक पक्ष राकेश पाल एवं सुदामा पाल और दूसरे पक्ष में पूर्व प्रधान का बेटे अरूण पाठक अपने भाइयों के साथ वहा पहुंचा और विवाद होने लगा। विवाद को देखकर गांव के ही मुकेश तिवारी पाल पक्ष की ओर से अपना लाइसेंसी असलहा लेकर पहुंच गये। मुकेश को देखकर पूर्व प्रधान पक्ष के दर्जनों लोग मुकेश तिवारी को घेरकर उनकी पिस्टल व रायफल छीन ली और पीटकर घायल कर दिया। इसके बाद प्रधान पति मुकेश ने अपने चचेरे भाई के साले अमित उर्फ कल्लू तिवारी को भी बुला लिया। मौके पर पहुंचे कल्लू तिवारी ने अपने जीजा को पिटता देखकर विपक्षियों को ललकारा तो विपक्षी फायरिंग करने लगे। फायरिंग में अमित उर्फ कल्लू को गोली लग गयी और वह खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर गया। मुकेश फौज से रिटायर है। उनके नाम पर ही एक पिस्टल और एक बंदूक है। घटना के बाद आरोपित मौके से फरार हो गये। घायल कल्लू को अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
हत्या के कुछ घंटे बाद ही पुलिस ने किया खुलासा
फौजी मुकेश तिवारी ने अरूण पाठक, अनिल पाठक, प्रकाश पाठक, प्रशान्त पाठक, विकास पाठक एवं अशोक पाठक के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया है। वहीं हत्या के कुछ घंटे बाद ही एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित ने खुलासा करते हुये बताया कि अरूण पाठक और अनिल पाठक को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त लाइसेंसी असलहा बरामद कर लिया है। दो पक्षों के विवाद में कल्लू पहुंचा था। जिसमें एक पक्ष ने मुकेश तिवारी का लाइसेंसी असलहा छीनकर गोली मार दी है जिससे कल्लू की मौत हो गयी। दो नामजद आरोपितों को गिरफ्तार कर असलहा बरामद कर लिया गया है। जल्द ही अन्य आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा। कल्लू बाराथानाध्यक्ष राजेन्द्र द्विवेदी हत्या कांड में नामजद था और जेल जा चुका है। इसकी हिस्ट्रीशीट भी खुाली थी। इस पूरे खुलासे में तत्परता दिखते हुये एसओ लालपुर मनीष त्रिपाठी ने अहम भूमिका निभाया है।
राजेन्द्र द्विवेदी हत्याकांड में कल्लू सहित अन्य को बनाया गया था आरोपित
पुलिस के मुताबिक बारा थानाध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद द्विवेदी की 14 जून 2013 को शंकरगढ़ के बिहरिया गांव में पास गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। जब वह बारा इलाके में रहने वाले फार्मासिस्ट डा। भीमसेन से लूट गई कार का पीछा कर रहे थे। जैसी ही वह कार के पास पहुंचे थे गोली मार दी गयी थी। पुलिस के मुताबिक घूरपुर के रेरा गांव में रहने वाले आदेश यादव, घूरपुर गांव में रहने वाले अमित तिवारी उर्फ कल्लू, करछना के बीरपुर गांव निवासी राजा व रवि मद्रासी ने सतना में बैंक डकैती के उद्देश्य से फार्मासिस्ट की कार लूटी थी। पुलिस के मुताबिक राजेन्द्र हत्याकांड में पवन मालवीय और आदेश की गिरफ्तारी के बाद खुलासा हुआ था। पुलिस के मुताबिक कल्लू तिवारी के खिलाफ एसओ की हत्या का मुकदमा दर्ज था और वह जमानत पर जेल से छूटा था।