इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में वित्तीय अनियमितता को लेकर कुलपति को मिली शिकायत

फोटोग्राफी डिपार्टमेंट में वोकेशनल फीस घोटाले को लेकर कर्मचारी ने की थी शिकायत

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PRAYAGRAJ: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में पिछले कुछ दिनों से कोई न कोई नया विवाद जन्म ले रहा है। अब नया मामला सामने आया है। जिसमें 88 लाख रुपए की वित्तीय अनियमितता की शिकायत दर्ज करायी गई है। पूरी रकम खाते से गायब होने की शिकायत होने के बाद से ही हड़कंप मचा हुआ है। वित्तीय अनियमितता की शिकायत होने के बाद यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन इसकी जांच में भी जुट गयी है। वहीं पूरे मामले की शिकायत केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय और यूजीसी के साथ ही कुलपति कार्यालय में भी की गई है।

1936 से चल रहा है फोटोग्राफी डिपार्टमेंट

इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में वर्ष 1936 को फोटोग्राफी डिपार्टमेंट की शुरुआत हुई।

वर्ष 2019 में तत्कालीन कुलपति प्रो। रतन लाल हांगलू ने फोटोग्राफी डिपार्टमेंट बंद करने का फैसला लिया था।

ऐसे में जब सेशन 2020-21 में डिपार्टमेंट में दाखिले का मौका स्टूडेंट्स को नहीं मिला तो यूजीसी ने यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन से जवाब तलब कर लिया।

- मामला चल ही रहा था कि इसी बीच फोटोग्राफी डिपार्टमेंट में फीस घोटाला किए जाने का आरोप लगने लगा।

- डिपार्टमेंट से कुलपति को भेजे गए लेटर में एक कर्मचारी ने आरोप लगाया है कि वर्ष 1995 से 2020 तक डिग्री कोर्स के तीनों इयर के स्टूडेंट्स से प्रतिवर्ष 2000 रुपए का बैंक ड्राफ्ट वित्त अधिकारी के नाम से लिया जाता था।

- जिसे एसबीआई के यूनिवर्सिटी ब्रांच में फोटोग्राफी वोकेशनल खाते में जमा किए जाता था।

- इसका पूरा डिटेल डिपार्टमेंट के अनुभाग में रखा जाता था। लैब से जुड़े कार्यो में व्यय होने वाली यह रकम केवल फाइनेंस आफिसर और एचओडी ही विड्रा कर सकते थे।

- इसी बीच मार्च 2021 में अचानक खाता शून्य हो गया और पूरी जमा धनराशि गायब हो गई।

इस मामले में जब यूनिवर्सिटी के अधिकारियों से शिकायत हुई तो हड़कंप मच गया। पूरे प्रकरण की जांच शुरू हो गई है।

फोटोग्राफी डिपार्टमेंट में वित्तीय अनियमितता को लेकर शिकायत मिली है। जिसकी जांच चल रही है। जांच के बाद ही कुछ भी कहना संभव होगा।

डॉ। जया कपूर

पीआरओ इलाहाबाद यूनिवर्सिटी