प्रयागराज (ब्यूरो)। एसीएमओ डॉ। सत्येन राय ने बताया कि कायाकल्प अवार्ड योजना के तहत टीबी सप्रू अस्पताल का असेसमेंट आज पूरा हो चुका है। जहां शासन की ओर से आए विशेषज्ञों ने चिकित्सालय क्षेत्र में भ्रमण किया व व्यवस्था के मानकों पर निरीक्षण किया। अब 30 अक्टूबर को असेसमेंट हेतु जिला महिला चिकित्सालय (डफरिन) शासन की टीम जाएगी । जिले के दोनों अस्पतालों का कायाकल्प अवार्ड योजना के लिए चयन होना तय माना जा रहा है।
कैसे होता है चयन
एक्वांस हासिल करने हेतु अस्पतालों को राष्ट्रीय स्तर के मानकों को अपने केन्द्र पर स्थापित करना पड़ता है। अवार्ड के लिए विभिन्न स्वास्थ्य अस्पतालों के लिए तीन स्तरों पर मानक निर्धारित हैं। कोई स्वास्थ्य केंद्र जब पहले स्तर के मानकों को कम से कम 70 प्रतिशत तक प्राप्त कर लेता है तभी उसे दूसरे स्तर पर जांचा जाता है। अस्पताल की सीएमएस डॉ। किरण मलिक ने बताया कि साफ-सफाई की व्यावस्था से निरीक्षण को आए विशेषज्ञ बहुत प्रभावित हुए। इसके लिए उन्होने हमारे सफाईकर्मियों की प्रशंसा की.उन्होंने बताया कि हमारे पूरे स्टाफ ने एन्क्वास सर्टिफि़केशन के लिए कड़ी मेहनत की है। हमें पूरी आशा है कि हम सर्टिफिकेट प्राप्त करेंगे और हॉस्पिटल में दी जा रही सेवाओं और क्षमता को और बेहतर करेंगे।
इन विभागों का हुआ असेसमेंट
क्वालिटी एश्योरेंस के जिला सलाहकार डॉ। सुभेन्द्र विक्रम सिंह ने बताया कि चेकलिस्ट के अनुसार करीब 8 विभागों का असेसमेंट हुआ। इन विभागों में ब्लड-बैंक, ओपीडी, रेडियोलॉजी, अमरजेंसी, पैथोलॉजी, पीकू (पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट) वार्ड की चिकित्सा व्यवस्था का निरीक्षण किया गया। असेसमेंट की रिपोर्ट जमा होने के बाद भारत सरकार द्वारा निर्धारित विभिन्न मानदंडो पर जांच के बाद लगभग एक से डेढ़ माह में इसका परिणाम घोषित किया जाता है। इसके तहत सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने एवं उनकी गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है।