प्रयागराज ब्यूरो नया सत्र नया एडमिशन लेकिन छात्रावासों का हाल वही पुराना। हास्टल में बुनियादी सुविधाओं के लिए छात्रों को जूझना पड़ रहा है। कमरों के टूटे प्लास्टर, बाथरूम में नियमित सफाई न होने से बीमारियों का डर बना रहता है। बता दें एयू में यूजी एवं पीजी विषयों मे प्रवेश लगभग पूरे हो चुके हैं। इसके बाद छात्रों के रहने के लिए छात्रावासों का आवंटन किया जाना है। इस बार प्रवेश प्रक्रिया देर से शुरू हुई है इसके चलते छात्रावासों के आवंटन प्रक्रिया भी देर से हो रही है। बावजूद छात्रावासों की हालत ठीक नहीें है। छात्रावासों मे छात्रों को पानी, लाइब्रेरी, मेस जैसी मूलभूत सुविधाओं से छात्रों को वन्छित किया जा रहा है। जिस वजह से छात्रों को रहने मे काफी समस्या हो रही है।

जर्जर हो चुकी हैं दीवारें
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रावासों की स्थिति बहुत दयनीय है। जिनमे सबसे ज्यादा दयनीय स्थिति ताराचंद और एसआरके छात्रावास की है। ताराचंद छात्रावास की बिल्डिंग बहुत जर्जर हो चुकी है। जिस वजह से छात्रों को वहां रहने मे डर लग रहा है। बिल्डिंग इतनी ज्यादा जर्जर हो चुकी है दीवारों से जगह-जगह प्लास्टर टूटकर गिर रहे हैं। इसके चलते बिल्डिंग की दीवारें कभी भी टूट कर गिर सकती है।
इतना ही नहीं यहां के कई बाथरूम में दरवाजा तक नहीं है। नियमित सफाई नहीं होने से यहां संक्रामक रोग फैलने का भी डर बना रहता है। इसको लेकर छात्रों ने अपने अधीक्षक से शिकायत भी की लेकिन नतीजा सिफर रहा। समस्या जस की तस बनी हुई है। वहीं वही एसआरके छात्रावास की बात करे तो यहां पर सफाई तो होती है। मगर नियमित रूप से सफाई न होने की बाथरूम गंदा हो जाता है। यहां पर बाथरूम की बेसिन टूटी हुई है। पानी टपकता रहता है। पानी निकासी की व्यवस्था न होने के कारण पानी इकट्ठा हो जाता है। जो की डेंगू मलेरिया जैसी बिमारियों को दावत दे रहा है।
लगा रहता है जमावड़ा
इतना हीं नहीं यहां रहने वाले छात्रों ने बताया कि छात्रावासों के कमरों को अवैध अंत:वासीयों ने अपना गढ बना रखा है। दिन भर बैठक करने से उन्हें पढ़ाई करने में परेशानी आती है। इतना ही नहीं ताराचंद छात्रावास के बाहर चोरी की भी घटनाएं हो चुकी हैं। मई में छात्रावास गेट के बाहर बाइक चोरी हो गई थी। एफआईआर करने के दस दिन बाद गाड़ी ताराचंद छात्रावास के ब्लॉक 2 में खड़ी मिली। छात्रों ने चोरी होने से पहले छात्रावास के अधीक्षक एवं वार्डेन दोनों को सुरक्षा मे हो रही चूक के बारे मे चेताया था। मगर तब ध्यान नहीं दिया गया। ताराचंद छात्रावास के गेट पर कैमरा लगा है मगर वह ठीक से काम नहीं काम करता है।
वहीं एसआरके छात्रावास में भी कई छात्र अवैध रूप से रह रहे हैं। जिन्होंने छात्रावास के माहौल को खराब कर रखा है। आए दिन किसी न किसी वैध छात्र को मारते पीटते है। इस बात को छात्रों ने छात्रावास प्रशासन से शिकायत की। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई
वर्जन-
मेस नहीं चल रहा है। जिस वजह से खाना खाने के लिए बाहर जाना पड़ता है। बाहर जाने मे काफी समय बर्बाद हो जाता है। पढाई बाधित होती है।
जय चौधरी
बीटेक तृतीय सेेमेस्टर
एसआरके छात्रावास

यहां पर लाइब्रेरी की सुविधा नहीं है। जिस वजह से पढने के लिए सेंट्रल लाइब्रेरी जाना पड़ता है। छात्रावास से लाइब्रेरी की दूरी ज्यादा है। जिस वजह से जाने मे असुविधा होती है।
हिमांशु शेखर
बीटेक तृतीय सेमेस्टर
एसआरके छात्रावास

सुरक्षा की दृष्टि से छात्रावास रहने लायक नहीं है। क्योंकि छात्रावास मे चोरी जैसी घटनाएं घटित हो रही है।
नवीन सिंह
एमकाम छात्र
ताराचंद छात्रावास

बाथरूम गंदा रहता है। जिसकी बदबू छात्रावास के माहौल को दूषित कर रखा है। जिस वजह से सांस लेने मे समस्या हो जाती है।
शिवम तिवारी
एमडीएस छात्र
ताराचंद छात्रावास

अभियंता को इन सारी समस्याओं से पत्राचार के द्वारा सूचित करा दिया गया है। जल्द से जल्द इन सारी समस्याओं का निस्तारण कर दिया जाएगा।
डा संदीप कुमार यादव
असिस्टेंड सुपरिटेंडेंट
एसआरके छात्रावास


विश्वविद्यालय प्रशासन को सारी समस्याओं से अवगत कराया जा चुका है। इस बाबत एक मीटिंग भी हो चुकी है। लेकिन कोई ठोस निर्णय नहीं निकल सका।
डॉ सूर्यभान सिंह
अधीक्षक, ताराचंद छात्रावास