- इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के बीसीए 2017-20 बैच के स्टूडेंट्स ने उठाया मुद्दा

- कई बार बैक पेपर कैंसिल होने से अटका है फ्यूचर

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PRAYAGRAJ: कोरोना महामारी के कारण एक बार फिर से इलाहाबाद यूनिवर्सिटी वार्षिक एवं बैक पेपर की परीक्षाएं स्थगित कर दी गई है। ऐसे में सबसे अधिक नुकसान बीसीए 2017-20 बैच के स्टूडेंट्स को हो रहा है। स्टूडेंट्स का दावा है कि समय से बैक पेपर नहीं होने से उनके करियर पर असर पड़ रहा है। इस बारे में स्टूडेंट्स ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के चीफ प्रॉक्टर को लेटर भेजकर अपनी शिकायत दर्ज करायी। जिसमें स्टूडेंट्स ने कहा है कि फाइनल ईयर का एग्जाम कोरोना के कारण मई 2020 में न होकर अक्टूबर 2020 में हुआ। ऐसे में जिन स्टूडेंट्स के 3 व 5वें सेमेस्टर में बैक होता है। उसे फाइनल सेमेस्टर के एग्जाम के 45 दिनों के अंदर कराने का नियम है। लेकिन 6 महीने बीतने के बाद भी अभी तक बैक पेपर नहीं कराया जा सका। जिससे सभी स्टूडेंट्स के भविष्य पर संकट छाया है। बैक पेपर समय से नहीं होने पर आगे कोर्स में दाखिले पर भी संकट बना हुआ है।

कई बार कर चुके हैं शिकायत

बीसीए 2017-20 बैच के स्टूडेंट्स का कहना है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन को इस बारे में कई बार सूचना दी गई है। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। वहीं मार्च में प्रस्तावित परीक्षा को बिना कारण बताए ही टाल दिया गया। उसके बाद अप्रैल में प्रस्तावित तिथियों की परीक्षाओं को भी टाल दिया गया। ऐसे में स्टूडेंट्स ने अपने भविष्य के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन से परीक्षाएं आयोजित कराने की मांग की है।