प्रयागराज (ब्यूरो)। मरहूम अतीक अहमद की बहन का नाम भी उमेश पाल की हत्या में बतौर साजिशकर्ता सामने आया है। यह बात सोमवार को पुलिस द्वारा कोर्ट में दी गई रिपोर्ट से सामने आई है। आयशा नूरी की पुलिस को पिछले डेढ़ दो महीने से तलाश है। वह पुलिस की नजरों में धूल झोंककर भागी-भागी फिर रही है। पिछले महीने उसके जरिए कोर्ट में सरेंडर अर्जी दी गई थी। जिसमें कहा था कि उसे मालूम चला है कि धूमनगंज में दर्ज उमेश पाल मर्डर केस में अभियुक्त बनाया गया है। यदि ऐसा है तो वह मामले में कोर्ट के समक्ष आत्म समर्पण करना चाहती है। इस अर्जी पर कोर्ट के द्वारा धूमनगंज पुलिस से रिपोर्ट मांग गई थी। डेट पर डेट पड़ती रही और पुलिस रिपोर्ट कोर्ट भेजने से आनाकानी करती रहती। इस बार सोमवार को पुलिस के द्वारा कोर्ट में चाही गई रिपोर्ट पेश की गई।
साक्ष्य व सुबूत खोज रही पुलिस
धूमनगंज पुलिस थाना प्रभारी द्वारा कोर्ट में दी गई रिपोर्ट में कई तथ्यों का जिक्र किया है। रिपोर्ट में कोर्ट को पुलिस ने बताया है कि आयशा नूरी पत्नी डॉ। अखलाख मेरठ जिले के हापुड़ रोड चश्मा वाली गली भवानी नगर की रहने वाली है। मुकदमा उपरोक्त यानी उमेश पाल मर्डर केस में दौरान विवेचना आयशा नूरी का नाम बतौर साजिशकर्ता के प्रकाश में आया है। लेकिन, उसके खिलाफ मौजूदा समय में कोई ठोस साक्ष्य नहीं है। साक्ष्य संकलन की कार्यवाही अभी चल रही है। पुलिस की रिपोर्ट आने के बाद अदालत के जरिए सुनवाई के लिए 25 मई की डेट नियत की है।
बतातें चले उमेश पाल की हत्या के बाद शूटर गुड्डू मुस्लिम यहां से भागा और अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी के घर पहुंच गया था। घर आए शूटर को उसके पति अखलाख और आयशा ने खूब आवभगत की थी। इस बात की वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस अखलाख को गिरफ्तार कर ली थी। पति की गिरफ्तारी के बाद आयशा नूरी अंडर ग्राउंड हो गई। तब से आज तक उसका कुछ पता नहीं चल सका। मगर, अधिवक्ता के जरिए वह कोर्ट में सरेंडर अर्जी इस बात के लिए डाल दी क्योंकि उसे शक था कि उमेश के कत्ल में उसे अभियुक्त बनाया गया था।
वर्जन
आयशा नूरी मामले में पुलिस के द्वारा रिपोर्ट कोर्ट में पेश कर दिया गया है। अदालत ने सुनवाई के लिए 25 मई की डेट मुकर्रर की है। पुलिस ने कहा है दौरान विवेचना उसका नाम उमेश पाल मर्डर केस में बतौर साजिशकर्ता सामने आया है।
गुलाबचंद्र अग्रहरि, जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी