प्रयागराज ब्यूरो राजर्षि टंडन महिला महाविद्यालय में मंगलवार को एचआईवी और सिफलिस सेनेटाइजेशन पर जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। एड्स जागरुकता अभियान के तहत छात्राओं को एचआईवी होने कारण एवं बचाव पर जानकारी दी गई। डा.अनुपमा ने एचआईवी पॉजिटिव व्यक्तियों के लक्षणों को बताते हुए कहा कि यह मच्छरों के काटने से नहीं होता है। बल्कि एचआईवी केवल इंसान के अंदर ही जीवित रहता है। उन्होंने कहा कि हर गर्भवती महिला को तीन महीने में एचआईवी की जांच अवश्य करानी चाहिए। कार्यक्रम में नंदिनी वर्मा, डा.श्वेता तिवारी, विशाल झारी ने छात्रों को एचआईवी के बारे में जानकारी प्रदान की। काउंसलर श्वेता ने छात्राओं को यौन स्वच्छता पर जानकारी दी। कहा कि एसटीआई में परीक्षण निशुल्क होते हैं। कहा कि हर महिला और छात्रा को साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। सफाई से कई संक्रामक रोगों से बचा जा सकता है। इस दौरान छात्राओं को प्रजनन एवं स्वास्थ्य विषय पर एक फिल्म भी दिखाई गई। जिसमें मां से बच्चों में संक्रमण होने पर बचाव एवं एचआईवी पीडिृत रोगियों के साथ सामान्य व्यवहार करने पर प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम का संचालन डा.नीलिमा सिंह ने किया। प्राचार्य प्रो.रंजना त्रिपाठी ने धन्यवाद ज्ञापन किया।