गड़ा धन मिलने का लालच देकर ले जाया गया था सोरांव

14 लाख रुपये और जेवरात आरोपितों ने हड़प लिए थे

कर्नलगंज थाना क्षेत्र के पुराना कटरा की रहने वाली 78 वर्षीय विद्यावती केसरवानी को रिश्ते में लगने वाले भतीजे ने अपने साथी के साथ मिलकर मौत के घाट उतार दिया। शव को गड्ढा खोदकर दफना दिया। शुक्रवार सुबह पुलिस ने तीन युवकों को संदेह के आधार पर पकड़ा तो दो ने रुपये के लिए हत्या करने की बात कबूल ली। दोपहर में पुलिस दोनों को लेकर सोरांव के हाजीगंज गांव पहुंची और यहां एक खंडहरनुमा मकान के पास जमीन में दफन विद्यावती का शव बरामद कर लिया।

अलग रहते हैं व्यवसायी पुत्र

पुराना कटरा की रहने वाली विद्यावती केसरवानी घर में अकेले रहती थी। इनके पुत्र व्यवसायी हैं और अलग रहते थे। विद्यावती के घर में रिश्ते में लगने वाले भतीजे धीरज केसरवानी का आना-जाना था। वह अपने दो और दोस्तों को लेकर यहां आता था। इन सभी को पता था कि विद्यावती के पास लाखों रुपये और जेवरात हैं। विद्यावती को झांसा देकर ये रुपये एक से दूसरे बैंक में डालने के लिए निकलवा लेते थे। लाखों के जेवरात भी बैंक में रखकर ब्याज दिलाने की बात कहकर ले लिए। इधर कुछ दिन पहले विद्यावती ने धीरज से करीब 14 लाख रुपये नकद और जेवरात वापस मांगे तो वह घबरा गया। कोई न कोई बहाना कर वह चाची को टरकाता रहा लेकिन, जब दबाव बढ़ने लगा तो उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर चाची की हत्या की साजिश रची डाली।

गड्ढा खोदकर दफना दिया था

सोरांव थानांतर्गत हाजीगंज गांव में अपने जानने वाले एक व्यक्ति के खंडहरनुमा घर के पीछे बने टीनशेड के नीचे गड्ढा खोदा। 17 अगस्त को विद्यावती से कहा कि उसे गड़ा धन मिला है, इसलिए वह साथ में चले। विद्यावती उसके बहकावे में आ गई और साथ चली गई। धीरज का एक दोस्त भी साथ में था। उसे हाजीगंज ले जाने के बाद खोदा गया गड्ढा दिखाया गया। जैसे ही विद्यावती ने गड्ढे में झांका दोनों ने उसे धकेल दिया और फिर गला दबाकर हत्या कर दी। शव को वहीं दफनाकर दोनों वापस लौट आए। इधर, विद्यावती के गायब होने पर उनके स्वजन परेशान हो गए। 19 अगस्त को कर्नलगंज पुलिस को तहरीर देकर गुमशुदगी दर्ज कराई। 25 अगस्त तक कोई सुराग न मिलने पर घरवालों ने धीरज पर संदेह जताया, जिस पर पुलिस ने उसे व उसके दोनों दोस्तों को पकड़ा और फिर मामले का राजफाश हो गया।

विद्यावती को रिश्ते में लगने वाले उसके भतीजे ने ही अपने दोस्त के साथ मिलकर मारा है। लाखों रुपये व जेवरात वापस न करना पड़े, इसलिए इस घटना को अंजाम दिया गया है। आरोपितों से पूछताछ की जा रही है।

-अजीत सिंह, चौहान

सीओ कर्नलगंज।