प्रयागराज (ब्‍यूरो)। करोड़ों रुपये का फ्राड करने वाले वाले साइन सिटी कंपनी के सीएमडी राशिद नसीम के करेली स्थित घर पर शनिवार को धारा 82 की नोटिस चस्पा की गई। नोटिस चस्पा करने से पूर्व मोहल्ले में आर्थिक अपराध शाखा कानपुर की टीम के जरिए बाकायदे मुनादी कराई गई। अब उसके इस मकान को भी मामले में टीम के द्वारा अटैच किया जाएगा। अभी तक अन्य जनपदों में भी उसकी कई सम्पत्तियों को विभाग केस से अटैच कर चुका है।

करेली पुलिस रही मौजूद
साइन सिटी प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी बनाकर करोड़ों रुपये के किए गए फ्राड मामले में आर्थिक अपराध शाखा कानपुर की टीम प्रयागराज पहुंची। यहां करेली स्थित कंपनी के सीएमडी राशिद नसीम के घर पर टीम के जरिए 82 की नोटिस चस्पा की गई है। कंपनी के सीएमडी व एमडी आसिर्फ नसीम के खिलाफ सिविल लाइंस सहित, लखनऊ, कानपुर जैसे अन्य शहरों में भी फ्राड के सौ से अधिक मुकदमें दर्ज हैं। यह कंपनी किसानों से जमीन एग्रीमेंट पर लेकर लोगों को आवासीय प्लाट देने का सपना दिखा कर पैसा वसूला करती थी। इस तरह प्रयागराज सहित कई जनपदों में प्लान के तहत उनके जरिए करोड़ों रुपये प्लाट के नाम से वसूले गए। पैसा लेने के बाद भी कंपनी के द्वारा लोगों को प्लाट नहीं दिया गया। प्लाट नहीं मिलने पर जब लोग पैसा वापस करने के लिए बनाना शुरू किए तो कंपनी के जिम्मेदारी सीएमडी व एमडी अदि कार्यालय में ताला लगाकर भाग निकले।

ईओडब्लू कर रही जांच
वर्षों से चल रहे इस मामले की जांच अब आर्थिक अपराध शाखा कानपुर की टीम कर रही है। इस टीम के जरिए शनिवार को सीएमडी के करेली स्थित आवास पर धारा 82 की नोटिस चस्पा कर दी गई है। नोटिस चस्पा करने से पूर्व मोहल्ले में बाकायदे मुनादी कराई गई। इस कार्रवाई के दौरान मौके पर लोकल करेली थाने की फोर्स भी मौजूद रही।

प्रबंध निदेशक के खिलाफ दो और मुकदमा दर्ज
साइन सिटी के प्रबंध निदेशक राशिद नसीम समेत छह के खिलाफ दो और मुकदमा सिविल लाइंस थाने में दर्ज कराया गया है। एफआइआर न्यायालय के आदेश पर लिखी गई थी। अनंत विहार लोहिया मार्ग की रहने वाली श्वेता श्रीवास्तव ने सिविल लाइंस पुलिस को बताया कि जमीन खरीदने के लिए साइन सिटी में करीब 5.28 लाख रुपये जमा किया था, लेकिन रजिस्ट्री नहीं की गई। बाद में कंपनी भाग निकली। पुलिस ने प्रबंध निदेशक राशिद नसीम, उसका भाई आसिफ नसीम समेत छह के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज की। वहीं, स्टेनली रोड निवासिनी सुरभि श्रीवास्तव ने सिविल लाइंस पुलिस को बताया कि एमडी राशिद नसीम समेत छह लोगों ने जमीन देने की बात कहकर 8.55 लाख से अधिक की रकम ले ली, लेकिन जमीन नहीं दिया।