प्रयागराज ब्यूरो । माफिया डान अतीक अहमद को गुरुवार को पहली बार हथकड़ी में कोर्ट में पेश किया गया। दोनों उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी हैं। अतीक को गुजरात की साबरमती और अशरफ को बरेली जेल से प्रयागराज लगाया गया था। बता दें कि 28 मार्च को अतीक को उमेश पाल अपहरण कांड में उम्रकैद की सजा कोर्ट ने सुनाई थी इसलिए वह अब सजायाफ्ता कैदी हो गया है। नियमानुसार उसे कोर्ट में हथकड़ी में लाया गया। पहली बार यह सीन देखने को लेकर वकीलों तक में कौतूहल रहा। दोनों को कोर्ट में पेशी के लिए लिए लाए जाने के समय कोर्ट के बाहर और भीतर भारी फोर्स तैनात रही। कोर्ट में पेश किये जाने के समय सिर्फ अतीक के वकीलों के अलावा सरकारी वकीलों को कोर्ट के भीतर जाने की अनुमति दी गयी थी।

बहस के दौरान लगी रही हथकड़ी
पुलिस दोनों को वारंट बी पर यहां लेकर आयी थी। दोनों को सीजेएम कोर्ट में पेश करने के बाद पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड में रिमांड पर दिये जाने की अर्जी लगायी। इस पर दोनों पक्षों के वकीलों ने अपना पक्ष रखा। मृतक उमेश पाल की तरफ से सरकारी वकीलों का कहना था कि अतीक और अशरफ ने जेल में रहते हुए उमेश पाल की हत्या की साजिश रची थी। ऐसे में दोनों को पुलिस की कस्टडी रिमांड में दे देना चाहिए। जिससे पुलिस पूछताछ करके इस केस में रची गई साजिश का पर्दाफाश कर सके और दोनों आरोपियों को इस मामले में सजा सुनाई जा सके। अतीक के वकीलों का कहना था कि जेल में बंद रहने के दौरान भला अतीक और अशरफ कैसे साजिश कर सकते हैं। ऐसे में उनको पुलिस की कस्टडी रिमांड पर नहीं दिया जाना चाहिए। लंबी बहस के दौरान कोर्ट में मौजूद दोनों भाई हथकड़ी में रहे।

दोनों को जेल में नहीं आई नींद
अतीक और अशरफ को बुधवार की रात नैनी जेल लाया गया था। बताया गया कि दोनों रात भर नहीं सो पाए। दोनों को अलग अलग बैरक में रखा गया था। जहां सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था भी चाक चौबंद थी। सूत्रों का कहना है कि दोनों भाई रात भर जागते रहे। बेचैनी में उनको नींद नहीं आई। क्योंकि उनको पता है कि उमेश पाल मर्डर केस में पुलिस को कस्टडी रिमांड मंजूर हो गई तो हत्या से जुड़े कई गहरे राज वह कबूल देंगे जिससे उनको कड़ी सजा सुनाई जा सकती है। कोर्ट में सरकार के वकील ने 5 दिन की रिमांड मांगी है। कोर्ट ने 13 अप्रैल से 17 अप्रैल शाम पांच बजे तक की रिमांड मंजूर की है।