प्रयागराज (ब्यूराे)।अधिकार सेना के प्रमुख और पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने अतीक अहमद और अशरफ की हत्या को राज्य पोषित हत्या कहा है। मंगलवार उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया और स्थानीय लोगों से वारदात के बारे में जानकारी ली। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि अतीक अहमद का परिवार कस्टडी रिमांड पर लेने से पहले ही उनकी हत्या किए जाने की आशंका जता रहा था। इसके बावजूद पुलिस अभिरक्षा में हत्या होना गंभीर मामला है। इसे केवल पुलिस की लापरवाही नहीं मानी जा सकती है।
सीबीआई जांच के लिए अर्जी
राजनीतिक कारणों से भी इसे मुद्दा बनाया जा रहा है। एक सवाल के जवाब में अमिताभ ठाकुर ने कहा कि उमेश पाल और अतीक अहमद की हत्या में तुलना नहीं की जानी चाहिए। दोनों अलग-अलग बिंदु हैं। वह व्यक्तिगत तौर पर इस पूरे मामले की छानबीन कर हत्याकांड के निष्कर्ष तक पहुंचेंगे। उनकी ओर से सुप्रीम कोर्ट में अर्जी देकर सीबीआइ जांच की मांग गई है। वहीं, शाम को उन्होंने वाट्सएप के जरिए भेजे गए संदेश में कहा कि काल्विन अस्पताल से लेकर प्रयाग जंक्शन तक पुलिसकर्मियों ने उनका पीछा किया। अवैध रूप से पीछा करना अनावश्यक भय उत्पन्न करने की श्रेणी में आता है। साक्ष्य के साथ डीजीपी को शिकायत भेजकर कार्रवाई की मांग की गई है।