प्रयागराज ब्यूरोमुख्यमंत्री को भेजे गए लेटर को सार्वजनिक करते हुए शाइस्ता परवीन ने कई बातें कही। आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि हमने अपने शौहर यानी अतीक अहमद का बयान सुना। बयान में उन्होंने योगी को बहादुर, ईमानदार और मेहनती शख्स कहा है। पति द्वारा कही गई इन बातों को शाइस्ता परवीन ने भी ठीक कहा है। भरोसा जताते हुए उन्होंने कहा कि मेरे शौहर बहुत साफ बात करते हैं। उनके बयान को सुनकर मेरा भी मन हुआ कि मुख्यमंत्री को पत्र लिखने व मुलाकात का मन हुआ। सार्वजनिक किए गए लेटर में शाइस्ता परवीन ने कहा है कि हम लोगों के खिलाफ बहुत सारी कार्रवाइयां हुईं। किन्तु मुझे इस बात की कोई शिकायत नहीं है। शिकायत इस बात की है मेरे 19-20 साल के पढऩे वाले बेटे जेल भेजे जा रहे हैं। बेटा अली अभी 18 वर्ष का है।

इंटर पास करके एलएलबी में एडमिशन लेने जा रहा था। आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सस्ती लोकप्रियता के लिए

शीर्ष अधिकारी विरोधियों से मिलकर मेरे बेटे के खिलाफ फेक मुकदमा लिखवा दिए। बहुत जल्द बेटे के विरुद्ध गैंगेस्टर लगाने की तैयारी की जा रही है। सवाल उठाते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कहा कि यदि आप ईमानदार हैं तो मेरा निर्दोष बेटा अली जेल में क्यों है? कहा कि मैं सिर्फ इतना चाहती हूं कि आप इस मामले में उच्च स्तरीय जांच और फर्जी केस दर्ज कराने वालों पर कार्रवाई करें।

रिश्तेदार इमरान पर किया हमला

अहमदाबाद जेल में गुनाहों की सजा काट रहे बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने अपने बहनोई इमरान व उनके भाई जानू पर भी हमला बोला। कहा कि पति के साथ रहकर इन लोगों ने करोड़ों रुपये बटोरे। उनके सारे अवैध काम चल रहे हैं। खुद कार्रवाई से बचने के लिए पुलिस अफसरों के कहने पर दोनों मेरे बेटों के खिलाफ फर्जी मुकदमे लिखा रहे हैं। कहा कि जिनकी हैसियत कल तक थाने में चाय की नहीं थी। आज उन्हें अधिकारी पास में बैठाकर कोल्ड कॉफी पिला रहे हैं। कहा कि एडीजी से अपनी बात रखने के लिए गई थी। मगर उन्होंने मिलने से इंकार कर दिया।