प्रयागराज (ब्यूरो)। चुनाव जीतने के लिए उनके द्वारा मुख्यमंत्री को भी धोखा दिया गया। क्षेत्रीय विधायक की सियासी जमीन खिसक गई है। उन्होंने कहा कि यदि विधायक गरीबों के लिए मकान बनाने का शौक रखते हैं, तो वह अतीक की पुश्तैनी लूकरगंज से बड़ी जमीन देने को तैयार हैं। बशर्ते क्षेत्रीय विधायक खुद पैसा लगाकर गरीबों के लिए आवास बनवा कर दें। ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुसिलमीन की नेता शाइस्ता परवीन द्वारा सिविल लाइंस के एक होटल में शाम चार बजे प्रेस कांफ्रेंस बुलाई गई थी। अचानक होटल की ओर से वहां उन्हें कांफ्रेंस करने से मना कर दिया गया। इसके बाद वह होटल परिसर में ही सीढिय़ों पर खड़ी होकर अपनी बात कहीं। उन्होंने कहा कि वह शिलान्यास को रुकवाने के लिए हाईकोर्ट की शरण में जाना चाहती थीं। मगर, विधायक द्वारा शिलान्यास ऐसे समय में कराया गया जब हाईकोर्ट बंद था। इस जमीन की रजिस्ट्री अब वह अपने नाम कराएंगी इसके बाद सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे। मुख्यमंत्री को गुमराह करने का मामला भी उन्होंने सबके सामने लाने की बात कही। उन्होंने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के एक बयान का भी जिक्र किया। कहा कि वह सीएम के साथ कहीं नहीं दिखते। कुछ दिन पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा था कि प्रदेश में लुंगी वालों का आतंक था। मुख्यमंत्री खुद लुंगी पहनते हैं, कहीं इसी डर से तो केशव मौर्या ने उनसे दूरी नहीं बना ली है। कहा कि अतीक के बाहर आने पर जमीन से बेघर किए गए लोगों को आश्रय दिया जाएगा। होटल में प्रेस कांफ्रेंस की मनाही के बाद अतीक के बेटे अली ने कहा कि उनसे उनके परिवार से बोलने की आजादी भी छीनी जा रही है।