प्रयागराज (ब्‍यूरो)। पाकिस्तान से ड्रोन से हथियार मंगवाये जाने के साथ ही पंजाब में उसे गिराये जाने का राज भी अब शायद कभी सामने नहीं आयेगा। इसका संकेत अतीक अशरफ हत्याकांड में दाखिल की गयी चार्जशीट से मिल गया है। अतीक और उसके भाई अशरफ से पूछताछ के बाद आतंकवाद निरोधक दस्ता और राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी की टीम ने अपने-अपने स्तर पर छानबीन की लेकिन कोई खास सुराग नहीं मिला है। जांच में यह भी साफ नहीं हो पाया है कि तस्कर माफिया अतीक के गैंग को विदेशी हथियार किस-किस के माध्यम से पहुंचाते थे।

गुड्डू बचा है आखिरी रास्ता
पांच लाख के इनामी कुख्यात बमबाज गुड्डू मुस्लिम को दिल्ली की स्पेशल सेल अभी भी तलाश रही है। उसके पकड़े जाने पर कुछ जानकारी मिलने की उम्मीद की जा रही है लेकिन अतीक के पाकिस्तानी कनेक्शन को लेकर तार नहीं जुड़ पाए हैं। उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर की हत्या के बाद पुलिस ने अतीक व अशरफ को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। इस दौरान चौंकाने वाली जानकारी सामने आई थी। पता चला था कि अतीक का पाकिस्तान से कनेक्शन है और पाक के जरिए पंजाब में विदेशी असलहे आते हैं। अत्याधुनिक असलहों को अतीक के गैंग तक पहुंचाने का काम पंजाब का एक हैंडलर करता है। इसी इनपुट के आधार पर एसटीएस और एनआइए की टीम ने अतीक व अशरफ से पूछताछ की थी। शुरुआती छानबीन में जानकारी मिली थी, उसे तस्दीक किया जा रहा था। हालांकि इसी बीच अतीक, अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई। सूत्रों का कहना है कि जांच एजेंसियों ने अपने-अपने स्तर पर अतीक का हैंडलर व पाकिस्तान से संबंध होने की पड़ताल की लेकिन कोई प्रमाणिक साक्ष्य या जानकारी नहीं मिल सकी। ऐसे में माना गया है कि माफिया का पाकिस्तानी कनेक्शन और हैंडलर से जुड़े राज भी अब दफन हो गए हैं। दोनों भाइयों की हत्यारोपितों के खिलाफ चार्जशीट भी फाइल हो गई और अब आगे की जांच कोई सुराग मिलने पर होगी।