प्रयागराज (ब्यूरो)। देखरेख के अभाव में माफिया अतीक के दो कुत्ते दम तोड़ चुके हैं। शनिवार को बचे हुए विदेशी नस्ल के तीन कुत्तों को संरक्षित करने के लिए नगर निगम पशुधन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। टीम अतीक के तीनों कुत्तों को नहलाने के बाद उन पर दवाओं का छिड़काव और खाने का सामान दिया गया। नगर निगम की टीम के साथ रक्षा संस्था की अध्यक्ष व कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।
अतीक के गुनाहों का दंश झेल रहे बेजुबान
अपराध और खौफ के दम पर लोगों में अपने नाम का खौफ पैदा करने वाले माफिया अतीक अहमद के दिन गर्दिश में चल रहे हैं। खुद अतीक व उनका भाई अशरफ और दो बेटे जेल में हैं। पत्नी शाइस्ता परवीन व बेटे अब 24 फरवरी को हुई उमेश पाल व उनके दो गनर की हत्या में नामजद हो गए हैं। शाइस्ता परवीन सहित उनके बेटे गिरफ्तारी के डर से भागे-भागे फिर रहे हैं। माफिया का मकान पहले ही पीडीए जमींदोज कर चुका है। यह वही मकान है जिसमें अतीक अहमद व उनका परिवार बड़े शौक से विदेशी नस्ल के पांच कुत्ते पाल रखा था। बताते हैं कि एक दौर था जब अतीक के इन पांचों कुत्तों का भी अपना रौब और खौफ हुआ करता था। अतीक के ऐश वाले दिन गए तो उनके पांचों कुत्तों के सामने देखभाल और खाने तक का संकट खड़ा हो गया। नौबत यह बनी कि पांच में दो कुत्ते दम तोड़ दिए। एक कुत्ते के मरने की खबर शनिवार को सामने आई। इसके बाद नगर निगम पशुधन अधिकारी अमृतराज टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उनके संग रक्षा संस्था की अध्यक्ष वंशिका गुप्ता व अभिलाष केसरवानी, प्रिया श्रीवास्तव, आशुतोष, कृष्णा श्रीवास्तव सहित संस्था के अन्य लोग भी रहे। सभी ने बचे हुए तीनों कुत्तों को नहला धुलाकर जरूरत के अनुरूप दवा लगाए। माना जा रहा है कि इन लोगों के देखभाल से अब बचे हुए तीनों कुत्तों की जांच बच जाएगी।