प्रयागराज ब्यूरो । उमेश पाल हत्याकांड में अतीक और अशरफ के लिए पुलिस ने अदालत से वारंट बी हासिल किया है जिसे लेकर पुलिस बरेली और साबरमती जेल पहुंची है। वारंट बी एक आधिकारिक आदेश है जो मजिस्ट्रेट द्वारा हस्ताक्षरित किया जाता है। इसमें अदालत पुलिस किसी मामले के अभियुक्त को दूसरे स्थान या जेल से गिरफ्तार करने का आदेश देती है।

मेरठ में 17 घंटे 10 मिनट अतीक के बहनोई के घर रहा बमबाज गुड्डू
उमेश पाल हत्याकांड के दस दिन बाद डा। अखलाक के घर पहुंचा था गुड्डू व असद
पचास हजार लेकर गुड्डू दिल्ली के लिए निकला था, उसके बाद असद भी आया था
क्कक्र्रङ्घ्रत्र्रक्र्रछ्व/रूश्वश्वक्रञ्ज (३ ्रश्चह्म्द्बद्य): माफिया अतीक अहमद के साथ मिलकर उमेश पाल हत्याकांड की साजिश रचने वाले उसके बहनोई डा। अखलाक की परतें धीरे-धीरे खुल रही हैं। अखलाक के घर के कुछ वीडियो एसटीएफ को मिले हैं, जिसमें बमबाज गुड्डू भी है। सीसीटीवी फुटेज पांच मार्च की है। 17 घंटे 10 मिनट रुकने के बाद बस में सवार होकर दिल्ली चला गया था। इसके बाद असद ने यहां शरण ली थी। दरअसल, गुड्डू के आने के बाद ही अखलाक ने सीसीटीवी कैमरों की डीवीआर को उतार दिया था। अखलाक ने असद को एक लाख और गुड्डू को पचास हजार रुपये भी दिए थे।
अकलाख भी था साजिश में शामिल
शनिवार रात दस बजे लखनऊ एसटीएफ की टीम डा। अखलाक को गिरफ्तार कर प्रयागराज ले गई थी। जांच में सामने आया कि उमेश पाल हत्याकांड में अतीक के साथ मिलकर अखलाक ने भी साजिश रची है। हत्याकांड को अंजाम देने वाले गुड्डू और अतीक के बेटे असद को अखलाक ने अपने घर में छिपाया था। गुड्डू बस से मेरठ आया था। सोहराब गेट बस स्टैंड पर उतरने के बाद ई-रिक्शा से अखलाक के घर पहुंचा था। फुटेज में सुबह पांच बजकर 50 मिनट पर गुड्डू हाथ में एक बैग लेकर अखलाक के घर में प्रवेश करता है। बातचीत के बाद उसे बिरयानी बनाकर खिलाई जाती है। उसी दिन रात 11 बजे गुड्डू बस से दिल्ली के लिए निकल जाता है। जांच में सामने आया है कि उसके दूसरे दिन छह मार्च को असद यहां पहुंचा था और फूफा अखलाक से एक लाख रुपये लेकर चला गया था। जांच में अभी यह सामने नहीं आया है कि असद यहां कितने समय रुका था और यहां से कहां के लिए निकला था।