प्रयागराज ब्यूरो । यह लेटर सात जनवरी 2017 का है। लेटर हेड पूर्व विधायक खालिद अजीम अशरफ का जिक्र किया गया है। यह लेटर पासपोर्ट अधिकारी को सम्बोधित है। एड्रेस लाल बहादुर शास्त्री मार्ग सिविल लाइंस मेंशन है। यह लेटर पहचान आईडेंटीफाई करने के लिए लिखा गया प्रतीत होता है। लेटर के अक्षरश: शब्द हैं'मैं खालिद अजीम अशरफ इस बात से आपको अवगत कराता हूं कि जीशान कमर जो कि प्रयागराज करेली के रहने वाले हैं वो पिछले कई सालों से मेरे यहां काम करते हैं और मेरे इनके साथ घर जैसे ताल्लुक हैं। इसलिए जल्द से जल्द इनका पासपोर्ट पूरा करवाएं। इन्हें अपने काम के सिलसिले में यात्रा करनी हैÓ। मंगलवार को यह लेटर वायरल हो गया।

2021 में दिल्ली में गिरफ्तार हुआ था जीशान

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और यूपी एटीएस ने सितंबर 2021 में जीशान समेत पांच लोगों को आतंकी गतिविधियों के आरोप में गिरफ्तार किया था। जीशान को करेली के घर से पकडऩे के बाद एटीएस ने नैनी के डांडी में मोहम्मद शाहरूख के पोल्ट्री फार्म में रखा विस्फोटक (आइईडी) बरामद किया था। जीशान के घरवालों ने बताया था कि वह शुआट्स से एमबीए करने के बाद दुबई में नौकरी के लिए गया था। वहीं से वह पाकिस्तान गया होगा। कोरोना काल में वह घर आ गया था। उसने कहा था कि वह आनलाइन खजूर मंगाकर यहां बेचता है। तब पुलिस ने कहा था कि वह खजूर और अन्य कोड नेम से हथियारों और बारूद का काम कर रहा था।

जीशान का अशरफ कनेक्शन

अशरफ का लेटर वायरल होने और 2021 में जीशान की गिरफ्तारी का कनेक्शन जोड़ लिया और तरह तरह की बातें होने लगीं। यहां तक कहा जाने लगा कि अशरफ का पाकिस्तान से सीधा कनेक्शन था। वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए स्लीपर सेल की तरह प्रयागराज में काम करता था। अशरफ ने ही जीशान को पाकिस्तान में असलहा चलाने की ट्रेनिंग लेने के लिए भेजा था। दिन भर जोर शोर से चर्चा में रहे इस लेटर को वेरीफाई करने वाला कोई नहीं मिला। जीशान के पासपोर्ट की डिटेल दिल्ली पुलिस के पास है। इसी से पता चल सकता था कि उसका पासपोर्ट 2017 के पहले का बना है या बाद में बनवाया गया है? लेकिन, आफिशियली इस पर कुछ भी नहीं आया।

जीशान ही बता सकता है सच

इसे वेरीफाई करने का दूसरा रास्ता खुद जीशान हो सकता है। हालांकि, जीशान की गिरफ्तारी के बाद अशरफ का कोई कनेक्शन सामने नहीं आया था। अलग बात है कि अतीक और अशरफ को रिमांड पर लेने के लिए धूमनगंज पुलिस ने सीजेएम कोर्ट में जो अर्जी दाखिल की थी, उसमें पाकिस्तान से हथियार आने और पंजाब में ड्रोन से गिराये जाने की बात थी। जिस दिन अतीक और अशरफ की हत्या हुई उसी दिन कुछ असलहा व कारतूस भी दोनो की निशानदेही पर बरामद होने का दावा पुलिस ने किया था। इस दिन भी पुलिस की तरफ से पाकिस्तान कनेक्शन की बात की गयी थी। इसी के चलते पाकिस्तान कनेक्शन एक बार फिर चर्चा में आ गया।