प्रयागराज ब्यूरो सरकारी अस्पतालों में डेंगू की जांच भले ही फ्री हो लेकिन प्राइवेट पैथोलाजी में इसके मनचाहे रेट वसूले जा रहे हैं। डेंगू के बढ़ते प्रकोप के पब्लिक भी इस मनमानी का आसानी से शिकार हो रही है। स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के अधिकारी भी इस तरफ ध्यान नही दे रहे हैं। जिससे निजी जांच केंद्रों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। हालांकि पिछले साल डेंगू के फैलने के दौरान स्वास्थ्य विभाग ने पैथोलाजी की जांच की कैपिंग की थी। जिसकी इस बार भी जरूरत है।

हर जगह नए तरह का रेट

शहर में डेंगू जांच के नाम पर किस तरह से मनचाहे रेट वसूले जा रहे हैं, यह जानने के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से रविवार को लाउदर रोड और चिंतामणि रोड पर रियलिटी चेक किया गया। जिसमें पता चला कि पैथोलाजी एक ही तरह की जांच के लिए अलग अलग रेट चार्ज कर रही हैं। कहीं 750 रुपए तो कहीं 900 रुपए लिए जा रहे हैं। कुछ जगहों पर 1000 रुपए तक वसूले जा रहे हैं। यह बात अलग है कि कहीं जांच रिपोर्ट एक घंटे में दी जा रही है तो कहीं 24 घंटे का समय लिया जा रहा है।

कहां लग रहा है कितना चार्ज

पैथोलाजी चार्ज (रुपए में)

सिकरवार स्कैनिंग सेंटर 900

कृति स्कैनिंग सेंटर 1000

पैथ केयर डायग्नोस्टिक्स 750

प्राइम पैथोलाजी 1000

रेड क्लिफ लैब्स 1000

आदर्श पैथोलाजी 500

पांच गुना तक है बेनिफिट

जब हमने डेंगू जांच किट का रेट पता किया तो आंखें खुली रह गईं। आज जबकि डेंगू का प्रकोप बढ़ा हुआ है ऐसे में शहर की तीन सौ से अधिक पैथोलाजी में रोजाना पांच हजार से अधिक जांच हो रही हैं। फार्मा कंपनियां डेंगू जांच किट को 100 रुपए से 200 रुपए तक बेच रही हैं। जिनमें एनएस1, आईजीजी, आईजीएम जांच हो जाती है। इस जांच से पता चल जाता है कि मरीज संक्रमण का शिकार है। इसके बाद डेंगू की पुष्टि के लिए एलाइजा जांच की जाती है। ऐसे में तय है कि प्राइवेट पैथोलाजी एक जांच में पांच गुना तक बेनिफिट कम रही हैं।

क्या हैं डेंगू की किट जांच

दरअसल डेंगू की पुष्टि के लिए सरकार ने एलाइजा जांच को अथेंटिक माना है। यह सरकारी लैब में होती है। लेकिन पिछले साल डेंगू के बढ़े केसेज को देखकर एनएस1 जांच के पाजिटिव मरीज को सस्पेक्टेड डेंगू मानने के आदेश इस बार दिए हैं। यही कारण कि फीवर के मरीज इस सीजन में प्राइवेट लैब में डेंगू किट जांच करा रहे हैं। जांच में पाजिटिव आने पर इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को भी दी जा रही है।

इस मामले की जानकारी नही थी। इस बारे में सीएमओ से बात की जाएगी। अगर प्राइवेट लैब जांच रेट वसूलने में मनमानी कर रही हैं तो उचित कार्रवाई होगी।

नवनीत सिंह चहल, डीएम प्रयागराज