प्रयागराज (ब्यूरो)। वर्तमान समय में सरकारी नौकरी की क्या अहमियत है यह जानने के लिए एएमए सभागार में बुधवार को आयोजित कार्यक्र्रम में लेखपालों के चेहरे पर खिली मुस्कान ही काफी थी। परीक्षा पास करने के बावजूद छह माह के लंबे इंतजार के बाद उनको इस कार्यक्रम में नियुक्ति पत्र वितरित किया गया तो उनकी खुशी का ठिकाना नही था। इस कार्यक्रम में 224 लेखपालों को नियुक्ति पत्र वितरित किया गया। वही उप्र की राजधानी लखनऊ में हुए समारोह में पांच लेखपालों को नियुक्ति पत्र दिया। लखनऊ में प्रत्येक जिले से पांच-पांच लेखपालों को बुलाया गया था।
पहले कार्यक्रम देखा फिर दिया पत्र
लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नियुक्ति पत्र सौंपा, जिसका सजीव प्रसारण प्रयागराज के कार्यक्रम में भी हुआ। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखने के बाद प्रयागराज में सांसद फूलपुर प्रवीण ङ्क्षसह पटेल, विधायक फाफामऊ गुरु प्रसाद मौर्या, विधायक बारा डा.वाचस्पति, विधायक कोरांव राजमणि कोल, कमिश्नर विजय विश्वास पंत, डीएम नवनीत ङ्क्षसह चहल, सीआरओ कुंवर पंकज ने लेखपालों को नियुक्ति पत्र दिया। इस दौरान फूलपुर सांसद ने कहा कि नए लेखपालों को लोगों की सेवा करने की बड़ी जिम्मेदारी व दायित्व मिला है, जिसे ईमानदारी से निभाएं। रोज आमजन की समस्याओं के समाधान का अवसर प्राप्त होगा। कई चुनौतिया भी आएंगी, क्योंकि लोगों की ज्यादातर समस्याएं राजस्व विभाग से ही संबंधित होती है। बता दें कि हंडिया को सर्वाधिक 40 लेखपाल मिले हैं। उधर लखनऊ में हुए कार्यक्रम में शामिल प्रयागराज के पांच लेखपाल जूही मिश्रा, धनंजय ङ्क्षसह, विशाल मिश्र, दुर्गेश प्रसाद व प्रदीप त्रिपाठी को सीएम योगी आदित्यनाथ ने बधाई दी है। संचालन प्रभाकर त्रिपाठी ने किया। इस अवसर पर एसडीएम सदर अभिषेक कुमार ङ्क्षसह, एसडीएम सोरांव डा.गणेश कनौजिया, एसीएम प्रथम अविनाश कुमार, एसड़ीएम हंडिया दिग्विजय ङ्क्षसह, एसडीएम बारा जयजीत कौर, एसडीएम फूलपुर तपन कुमार मिश्र, परियोजना निदेशक एके मौर्या मौजूद रहे।
इस तरह देखे उतार चढ़ाव
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष जनवरी 2022 में लेखपालों की भर्ती जारी हुई थी व 31 जुलाई 2022 को लेखपाल की भर्ती परीक्षा आहूत की गई थी। जिसमे 7720 अभ्यर्थी सफल घोषित किये गए थे। जिनकी नियुक्ति फरवरी 2024 में की जानी थी। परंतु कुछ असफल अभ्यर्थियों द्वारा परीक्षा के प्रश्न पत्र को लेकर सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल दाखिल की गई थीं। छह माह तक उप्र सरकार और असफल अभ्यर्थियों के बीच कोर्ट में लड़ाई लड़ी गई और अंत में चयनित अभ्यर्थियों के पक्ष में फैसला आया।
देर शाम तक हल्के हुए आवंटित
मुख्य राजस्व अधिकारी कुंवर पंकज जी ने सभी उप जिलाधिकारी को आदेश दिया कि लेखपालों को हल्के आवंटित कर उनको उत्तरदायित्व सौप दिया जाए। देर शाम तक सभी नव नियु्रक्त लेखपालों को हल्का प्रदान कर दिए गए हैं। उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ प्रयागराज के जिलाध्यक्ष राजकुमार सागर ने बताया कि ने बताया कि वर्तमान में 950 लेखपाल के सापेक्ष 350 लेखपाल कार्य कर रहे थे। एक लेखपाल के पास चार से पांच हल्के थे। नए लेखपालों के आ जाने से जिनकी संख्या अब बढ़कर 580 हो जाएगी और राजस्व कार्यों में तीव्रता आएगी। जूही को मुख्यमंत्री ने दी शुभकामनाएं