प्रयागराज (ब्यूरो)। रविवार को संगम में आंधी के दौरान डूब कर मरने वाले छात्रों की संख्या सात पहुंच गई है। छठवें छात्र की बॉडी की

बृहस्पतिवार को पहचान हुई। छात्र गोरखपुर का रहने वाला था। वह भी संगम नहाने गया था और इस दौरान आंधी आने पर वह भी संगम के गहरे पानी में डूब गया था। बेटे का शव देख पिता बदहवास हो गए। पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई कर शव परिजनों को सौंप दिया। वहीं, संगम में डूबे एक अन्य छात्र के शव का पता बृहस्पतिवार को भी नहीं चल सका। जल पुलिस शव की तलाश में लगी रही।

बीते रविवार को शाम को आंधी के दौरान कई छात्र डूब गए थे। इसमें से चार छात्रों को तो शाम को ही जल पुलिस ने बचा लिया था मगर पांच छात्रों का पता नहीं चला था। दूसरे दिन सोमवार को जल पुलिस ने डूबे छात्रों की तलाश शुरू की तो पुलिस को तीन शव मिले। इसके बाद मंगलवार को भी तीन शव मिले। जिसमें से पांच शव की शिनाख्त हो गई थी। बृहस्पतिवार को छठवें शव की शिनाख्त परिजनों ने की। शव की पहचान साहिल निषाद के रूप में हुई। साहिल गोरखपुर के बड़हलगंज का रहने वाला था। उसके पिता हरिलाल निषाद अध्यापक हैं। वह दो भाइयों में छोटा था। वह एलनगंज में एक हॉस्टल में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था।

साथी के साथ गया था संगम

साहिल अपने साथी ऋषभ के साथ संगम नहाने गया था। ऋषभ भोपाल का रहने वाला था। आंधी के दौरान दोनों डूब गए थे। ऋषभ के शव की शिनाख्त बुधवार को हुई थी, जबकि साहिल के शव की पहचान बृहस्पतिवार को हुई। पुलिस से सूचना पाकर साहिल के पिता हरिलाल परिजनों के साथ पोस्टमार्टत्म हाउस पहुंचे। यहां बेटे का शव देखते ही पिता फफक पड़े। घर पर मां ऊषा देवी का रो-रोकर बुरा हाल है।

नहीं मिली उत्कर्ष की बॉडी

घटना के पांचवे दिन भी उत्कर्ष की बॉडी नहीं मिल सकी। सोमवार से उसके परिजन शव मिलने के इंतजार में हैं। जल पुलिस भी लगातार तलाशी अभियान चलाए हुए है। उत्कर्ष सुल्तानपुर के अखंड नगर का रहने वाला था।