प्रयागराज ब्यूरो । बाघंबरी मठ मठ के महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले तीनों आरोपित पर आरोप तय करने के लिए बुधवार की नियत डेट आगे बढ़ गई है। कोर्ट द्वारा अब इस मामले में 27 मार्च 2023 की डेट मुकर्रर की गई है। नियत 15 मार्च की तिथि पर आरोपित आद्या प्रसाद की ओर से एक अर्जी कोर्ट में दी गई। कहा गया कि उसकी 227 दण्ड प्रक्रिया संहिता की एप्लीकेशन कोर्ट द्वारा खारिज कर दी गई है। इसलिए प्रार्थना पत्र उच्च न्यायालय में देने के लिए उसे समय दिया जाय। डेढ़ साल से आरोपित मामले में डेट पर डेट लेता रहा। अब नियत 27 मार्च की डेट पर आरोप तय किए जाने के बिन्दु पर सुनवाई होगी।
महंत के शिष्य सहित तीन हैं आरोपित
महंत नरेंद्र की बॉडी बाघम्बरी मठ स्थित उनके कमरे में 20 सितंबर 2021 को मिली थी। उनके गले में रस्सी का फंदा पड़ा था। जार्जटाउन थाने में उन्हें आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला उनके शिष्य आनंद गिरि व बड़े हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी और आद्या प्रसाद तिवारी के बेटे संदीप तिवारी के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। आरोपित आनन्द गिरि 22 सितंबर को गिरफ्तार किए गए थे। प्रकरण हाईप्रोफाइल होने के कारण सरकार मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी। बताते हैं कि सीबीआई 28 सितंबर चार अक्टूबर तक आनन्द गिरि को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ के आधार पर अहम सुबूत एकत्र की। तीनों का पालीग्राफी टेस्ट कराने के लिए सीबीआई द्वारा कोर्ट से अनुमति मांगी गई थी। तीनों के इंकार पर यह टेस्ट कराने के लिए सीबीआई को अनुमति नहीं मिली। बताते हैं कि 20 नवंबर को सीबीआई का आरोप पत्र दाखिल होने के बाद मजिस्ट्रेट कोर्ट ने सेशन कोर्ट को फाइल सुपुर्द कर दिया था।
सीबीआई दाखिल कर चुकी चार्जशीट
करीब 19 पेज की चार्जशीट पर सीबीआई के द्वारा 152 लोगों का बयान दर्ज किया गया था। अधिवक्ता द्वारा बताया गया कि मामले में आरोपितों पर आरोप तय करने के लिए 15 मार्च 2023 की डेट नियत थी। नियत डेट पर आरोपित आद्या प्रसाद तिवारी द्वारा कोर्ट में जिला एवं सत्र न्यायालय के न्यायाधीश संतोष राय के सामने एक अर्जी पेश की गई। जिसमें कहा गया कि उसकी 227 दण्ड प्रक्रिया संहिता की अर्जी कोर्ट ने खारिज कर दिया है। इसलिए उसे उच्च न्यायालय में प्रार्थना पत्र देने के लिए वक्त दिया जाय। उसकी इस याचना पर कोर्ट द्वारा मामले में 27 मार्च 2023 की डेट नियत की गई। आद्या प्रसाद द्वारा कोर्ट से मांगे गए वक्त का जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी द्वारा घोर विरोध किया गया। कहा गया कि मामले को विलंबित करने के उद्देश्य से उसके द्वारा यह वक्त मांगा गया है।
महंत नरेंद्र गिरि प्रकरण में आरोपितों पर बुधवार को आरोप तय होना था। एक आरोपित आद्या प्रसाद द्वारा अर्जी उच्च न्यायालय में देने के लिए वक्त मांगा गया है। इसलिए कोर्ट द्वारा अब 27 मार्च की डेट नियत की गई है।
गुलाबचंद्र अग्रहरि
जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी