प्रयागराज ब्यूरो बारा में एक दबंग ने पहले गुमटी में टक्कर मारी। इसके बाद दुकानदार को खेत में जमकर पीटा। घटना बुधवार रात की है। रात भर दुकानदार मरणासन्न हाल में खेत में पड़ा रहा। सुबह परिजन प्राइवेट अस्पताल ले गए तो वहां से डॉक्टर हालत खराब देख उसे रेफर कर दिया। एसआरएन हॉस्पिटल ले जाते वक्त रास्ते में दुकानदार ने दमतोड़ दिया। वापस लौटे परिजनों ने नीबी गांव के पास हाईवे पर शव रखकर चक्काजाम कर दिया। कई घंटे तक पुलिस समझाती रही। इसके बाद पुलिस ने शव जबरन कब्जे में ले लिया। जिस पर आक्रोशित भीड़ ने पत्थरबाजी शुरू कर दी तो पुलिस डंडा पटककर भीड़ को खदेड़ दिया। आरोपित के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। मामले में एक संदिग्ध को पूछताछ के लिए उठाया गया है। परिजनों की मांग है कि परिवार के भरण पोषण के लिए सरकारी मदद, पांच बीघा जमीन दी जाए।

सुंदरपुर गांव की है घटना
बारा थाना क्षेत्र के सुंदरपुर गांव का रहने वाला चंद्रशेखर भारतीया (28) पुत्र बृजलाल गांव में ही गुमटी लगाकर चाय पान की दुकान चलाता था। बुधवार शाम को गांव के दबंग जितेंद्र सिंह ने चंद्रशेखर की गुमटी में टक्कर मार दिया। जिससे गुमटी क्षतिग्रस्त हो गई। इस बात को लेकर चंद्रशेखर और जितेंद्र के बीच कहासुनी हो गई। उस समय मौजूद लोगों ने मामला शांत करा दिया। रात में खाना खाने के बाद चंद्रशेखर खेत की रखवाली के लिए चला गया। आरोप है कि रात में उसे जमकर पीटा गया। जिससे वह मरणासन्न हो गया। चंद्रशेखर अल सुबह घर लौट आता था। मगर गुरुवार सुबह वह देर तक नहीं लौटा तो परिजन उसे खोजने खेत की ओर गए। वहां वर बेसुध हाल में पड़ा था। उसकी हाल देख हल्ला मच गया। परिजन उसे प्राइवेट अस्पताल ले गए। जहां से उसे रेफर कर दिया गया। रास्ते में शहर लाते वक्त उसकी मौत हो गई। परिजन रोते बिलखते हुए वापस लौट आए। परिजनों ने नीबी गांव के पास प्रयागराज बांदा हाईवे पर सड़क पर शव रखकर चक्काजाम कर दिया।

चक्काजाम से बाधित हो गया यातायात
हाईवे पर चक्काजाम से हाईवे पर यातायात बाधित हो गया। दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गई। सूचना मिलते ही बारा पुलिस पहुंच गई। भीड़ को देखते हुए कई थानों की पुलिस बुला ली गई। डीसीपी संतोष कुमार मीणा, एसीपी संत लाल सरोज, तहसीलदार संगीता पांडेय, इंस्पेक्टर वीरेंद्र कुमार सोनकर पहुंच गए। पुलिस ने भीड़ को समझाने का प्रयास किया, मगर बात नहीं बनी। काफी देर बाद पुलिस ने शव जबरन कब्जे में ले लिया। जिस पर भीड़ आक्रोशित हो गई। पुलिस पर भीड़ ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। जिस पर पुलिस ने डंडा पटकना शुरू किया तो भीड़ तितरबितर हो गई।
शिकायत पर पुलिस ने नहीं की कार्रवाई
परिजनों के मुताबिक करीब चार माह पहले भी गुमटी में टक्कर मारने को लेकर चंद्रशेखर और जितेंद्र में विवाद हुआ था। पुलिस से इसकी शिकायत की गई थी। मगर उस दौरान पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। जिस पर दबंग ने इस घटना को अंजाम दे दिया।
अनाथ हो गए बच्चे
चंद्रशेखर दुकान चलाकर अपने परिवार को पालता था। उसकी हत्या से तीन बच्चे उत्तम, आजाद और छोटू अनाथ हो गए। अब उसके परिवार का पालन कैसे होगा इस पर सवाल खड़ा हो गया है।
कोट
तहरीर के आधार पर आरोपित जितेंद्र कुमार सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। घटना में एक संदिग्ध को उठाकर पूछताछ की जा रही है। जल्द ही आरोपित गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
संतोष कुमार मीणा, डीसीपी यमुनानागर