प्रयागराज (ब्यूरो)।
बिना ठोस कारण के नहीं मिलता लाइसेंस
आप आत्मरक्षा के लिए असलहा रखना चाहते है, तो लाइसेंस हासिल करने के लिए आपकी उम्र 21 साल या अधिक होनी चाहिए।
आप भारत के नागरिक हों। आप पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज न हों।
शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ हों। कोई सरकारी बकाया न हो।
इनके अलावा एक जरूरी शर्त ये है कि आपको कारण देना होता है कि आपको जान का खतरा है।
यह सभी प्रक्रिया करने के बाद पुलिस व एलआईयू की टीम से लेकर अन्य टीम जांच कर रिपोर्ट लगाती है।
उस रिपोर्ट के आधार जिलाधिकारी लाइसेंस जारी करते है।
खून किसी का भी बहे लाइसेंस निरस्त होना तय
पुलिस के आला अफसरों का कहना है कि खून चाहे अपना बहा हो या दूसरे का। इन दोनों कंडीशन में लाइसेंस का निरस्त होना तय है। क्योंकि जब कोई व्यक्ति अपना लाइसेंसी असलहा ही संभाल कर नहीं रख पा रहा है तो उसके पास लाइसेंस रहना ठीक नहीं है।
इन केसेस पर गौर करें
केस 01
यमुनापार के नैनी अरैल क्षेत्र में लाइसेंसी डबल बैरल दो बंदूक से 06 जुलाई 2022 की दोपहर यजमानी के विवाद में तीर्थ पुरोहित आशीष तिवारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जबकि मृतक के भाई लवकुश और रमा शंकर तिवारी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसमें से एक लाइसेंसी बंदूक आरोपी अनुमान तिवारी, शिव प्रसाद तिवारी के पिता और दूसरा दादा के नाम पर था। इस हत्याकांड में तीन लोगों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने असलहा को कब्जे में लेकर लाइसेंस निरस्तीकरण के लिए डीएम को रिपोर्टर भेज दी है।
केस 02
यमुनापार के नैनी क्षेत्र में रहने वाले सुनील मिश्रा ने 25 मई 2022 को क्रोध में आकर पहली गोली बेटी तो दूसरी गोली उसके प्रेमी पर फायर कर दिया था। जिससे प्रेमी की मौत हो गई थी। जबकि बेटी घायल हो गई थी। दरअसल सुनील और उसकी पत्नी दूसरे कमरे में सोने के लिए चले गए थे। सारे बच्चे तो थे लेकिन बेटी नहीं थी। उसी दौरान खटपट की आवाज सुनकर बेटी बदहवास हालत में कमरे में घुसी। जब पिता को शक हुआ और वह छत पर जाने लगे तब बेटी ने पांव पकड़ ली। क्योंकि छत पर प्रेमी था। उसके बाद यह पूरी घटना हुई।
केस 03
जार्जटाउन के मेडिकल चौराहे के पास 2 दिसंबर 2021 की देर रात ठेकेदार बच्चा यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या को अंजाम दोस्तों ने ही दिया था। दोस्त महेंद्र यादव और राजेश यादव ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से फायरिंग की थी। एक कन्सट्रक्शन कंपनी बनाकर साथ में ही नगर निगम में ठेकेदारी का काम करते थे। मौके पर पुलिस को एक-दो नहीं बल्कि पुलिस को सात खोखे मिले थे। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कितना ज्यादा क्रोध भरा हुआ था।
केस 04
धूमनगंज के भोला का पुरवा इलाके में 14 जनवरी 2022 को एक मकान के चार हिस्सेदार के एक भाग को लेकर अभिमन्यु ने किराए पर रहने वाली संगीता सोनी नाम की महिला की लाइसेंसी पिस्टल से गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वह अपने छोटे भाई का एक भाग का हिस्सा हथियाना चाहता था। जिसमें महिला किराए पर रहती थी। उसका छोटा भाई फतेहपुर में रहता है। वह अपने हिस्से के भाग में संगीता सोनी व उसके परिवार को किराए पर दे रखा था। महिला का पति ई-रिक्शा चलता है। हालांकि पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर पिस्टल का लाइसेंस निरस्तीकरण हेतु रिपोर्ट भेज दी थी।
केस 05
सिटी के शाहगंज में एफसीआई से रिटायर पेंशनर स्वर्ण सिंह जग्गी उर्फ बिट्टू सरदार ने 11 मई 2022 को लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मारकर जान दे दी थी। उस वक्त बेटा और बहू बाहर थे। वह बंदूक लेकर बाथरूम में गए और वहीं बंदूक की नाल ठुड्डी रखकर ट्रिगर दबा दिया। जिससे गोली लगते ही उनकी मौत हो गई थी।
केस 06
गंगापार एरिया के सरायइनायत थाना क्षेत्र के कोटवा निवासी सेवानिवृत दरोगा ने 27 मई 2022 को खुद को लाइसेंसी बंदूक से उड़ा लिया था। पुलिस ने बंदूक को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। पुलिस के मुताबिक मृतक के पास से एक सुसाइड नोट मिला था। जिसमें आत्महत्या की वजह लंबी बीमारी लिखी थी।
कोई भी व्यक्ति असलहा आत्मरक्षा के लिए लेता है और उस लाइसेंसी असलहा से मर्डर या खून बहेगा तो कार्रवाई के साथ लाइसेंस भी निरस्त होगा। अरैल में हुये आशीष मिश्रा हत्याकांड में भी दोनों लाइसेंसी असलहों का निरस्तीकरण हेतु रिपोर्ट भेजा जा चुका है।
शैलेश कुमार पांडेय एसएसपी प्रयागराज