प्रयागराज (ब्यूरो)। क्रेटा कार बेहद तेज रफ्तार से चल रही थी। बारिश की वजह से मौसम बेहद खुशनुमा था। कार का सनरूफ खोलकर शिवम वीडियो बना रहा था। और अचानक कार हवा में उड़ गई। जब तक पीछे चल रही दोस्तों की कार रुकती। हादसा हो चुका था। कार का ढांचा बिगड़ चुका था। पांच दोस्त कार के बाहर छिटके पकड़े हुए थे। अंदर एक साथी फंसा था। दो साथी की सांस चल रही थी। बाकी का दम टूट रहा था। दूसरी कार सवार साथी यह देख कशमशा कर रह गए। 100 डायल किया मगर कॉल रीसिव नहीं हुई। जब तक कॉल रीसिव हुई देर चुकी थी। चार साथी दम तोड़ चुके थे।
अंधे मोड़ पर हो गया हादसा
सभी साथी दो कार से यहां से निकले। क्रेटा कार में शिवम, मनीष, पंकज, सत्यजीत, अभिषेक और वरुण सवार थे। कार शिवम की थी। यहां से रवाना होने के दौरान कार मनीष जायवाल चला रहा था। रीवा पहुंचने पर कार वरुण चलाने लगा। रास्ते में सभी साथी चाय पीने के लिए भी रुके। मौसम खुशनुमा था। वरुण कार चलाने लगा तो रफ्तार तेज होने पर साथियों ने उसे टोका भी। मगर क्योटी फाल के रास्ते पर टै्रफिक ज्यादा नहीं था। ऐसे में वरुण ने कार की रफ्तार धीमी नहीं की। सड़क के एक तरफ मैदान और दूसरी तरफ पत्थरों के टीले थे। मनीष अगली सीट पर बैठा था। इस दौरान शिवम कार का सनरूफ खोलकर वीडियो बनाने लगा।
देखते देखते हो गया हादसा
आगे क्रेटा कार चल रही थी। पीछे चल रही कार पर बैठे सिद्धार्थ शिवम को वीडियो बनाते देख रहे थे। अचानक कार हवा में उड़ गई। बमुश्किल दो मिनट में सिद्धार्थ की कार मौके पर पहुंच गई। सभी साथी नीचे उतरे। सड़क के करीब बीस फीट नीचे बायीं तरफ कार पलटी पड़ी थी।
कार से बाहर पड़े साथे पांच साथी
वरुण केसरवानी कार के अंदर फंसा था। जबकि बाकी के साथी कार के बार पड़े थे। कार का ढांचा बिगड़ चुका था। सड़क के किराने नाला था। उसके बाद मैदान। कार सड़क से नीचे उतरी तो नाले में फंसकर पलटी पड़ी थी। जैसे तैसे दरवाजा तोड़कर साथियों ने वरुण को बाहर निकाला। वह बेहोश था, मगर उसकी सांस तेज चल रही थी। मैदान में पड़ा अभिषेक कराह रहा था। बाकी के अन्य साथी की सांसें धीरे धीरे धीमी हो रही थीं।
आंख के सामने चला गया चाचा का बेटा
सत्यजीत सिद्धार्थ के सगे चाचा का बेटा था। दूसरी कार में सवार सभी साथी कभी मनीष को बुलाते, कभी पंकज को। कभी मनीष को बुलाते तो कभी सत्यजीत को। कई बार प्रयास करने के बाद 100 डॉयल से सम्पर्क हो सका तो पुलिस पहुंची। तब तक देर हो चुकी थी। पुलिस सभी को अस्पताल ले गई तब तक देर हो चुकी थी।