कर्मचारियों ने आउटसोर्स कर्मचारियों को नजर अंदाज करने पर प्रदेश सरकार पर जताया रोष

उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी में फ्रंटलाइन कार्य करने वाले सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों के मानदेय में 25 परसेंट की वृद्धि दिए जाने की घोषणा की है, लेकिन मुख्य रूप से सबसे पहले फ्रंट लाइन में आने वाले (आउटसोìसग) के 108,102 के एम्बुलेंस कर्मचारियों को शामिल नहीं किया गया है। जिससे जिले के सभी एंबुलेंस कर्मचारियों में नाराजगी है। कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष आशीष कुमार ने जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को लेटर के माध्यम से समस्या को अवगत कराकर न्याय की गुहार लगाई। कोषाध्यक्ष सुखपाल ने बताया कि 12-12 घंटे कार्य करने के बदले में सेवा प्रदाता कंपनी मात्र 6500 मासिक मानदेय व 4 घंटे अतिरिक्त कार्य के एवज में पायलट को 3400 तथा ईएमटी को 3900 प्रतिमाह ओवरटाइम के मद में देती है, जबकि 12 घंटे श्रम कानून के अनुसार मजदूरी 23000 हजार बनती है। जीवनदायिनी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष हनुमान पांडेय के अनुसार प्रदेश में अब तक लगभग दर्जनों कर्मचारी काम करते हुए कोरोना वायरस की चपेट में आकर अपनी जान तक गंवा चुके हैं। जिन्हें सरकार द्वारा कोई क्षतिपूíत नहीं दी गई है। सरकार से सभी कर्मचारियों के साथ न्याय के लिए महामंत्री बंशीधर मिश्रा,जिला उपाध्यक्ष राहुल दुबे,विमल मिश्रा,अनिल वर्मा,सीतला यादव,आदि ने गुहार लगाई।