- परेड मैदान में एंबुलेंस खड़ी कर कर्मचारियों ने की नारेबाजी, अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी
प्रयागराज
सरकार और स्टेट एजेंसी पर उत्पीड़न का आरोप लगाकर 108, 102 व एएलएस (एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम) एंबुलेंस के स्टाफ ने सोमवार को गाडि़यों के चक्के जाम कर दिए। जिले में संचालित कुल 96 एंबुलेंस में 80 परेड मैदान में खड़ी कर नारेबाजी की। बाकी एंबुलेंस को संगठन ने मानवीय आधार पर जिले आकस्मिक सेवाओं के लिए संचालित रखा। इस हड़ताल से अस्पतालों में उन मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा जिन्हें छोटे से बड़े अस्पतालों में तत्काल जाने की जरूरत थी।
उत्पीड़न का लगाया आरोप
जीवनदायिनी 108, 102, एएलएस एंबुलेंस संघ के प्रदेश अध्यक्ष हनुमान पांडेय ने बताया कि एडवांस लाइफ सपोर्ट की गाडि़यों के स्टाफ का उत्पीड़न किया जा रहा है। प्रदेश भर में इस प्रदाता संस्था की 250 गाडि़यां हैं। 102 नंबर की 42 और 108 की 52 गाडि़यां हैं। जनपद में एएलएस की तीन गाडि़यां हैं। इनका टेंडर पहले जीवीके एमआरआइ के पास था जिसे हाल के दिनों में ही स्वास्थ्य मंत्री ने बदलकर एचएचएल एजेंसी को टेंडर सौंप दिया है। आवश्यक लिखा पढ़ी भी हो गई है। कहा कि एएलएस एंबुलेंस के प्रदेश भर में 1200 स्टाफ हैं जिन्हें 13700 रुपये तनख्वाह मिलती है। लेकिन जिस नई एजेंसी को टेंडर मिला है वह 10700 रुपये तनख्वाह दे रही है। स्पष्ट मंशा कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाकर अपने चहेतों को काम दिलाने की है। हड़ताल के दौरान एंबुलेंस परेड में दिन भर खड़ी रहीं।
तीन दिनों का दिया मौका
एंबुलेंस के स्टाफ ने 23, 24 और 25 जुलाई को शांतिपूर्वक बैठक करके आंदोलन किया था। इन तीन दिनों में मांग पूरी नहीं होते देख 25 जुलाई की रात 12 बजे से चक्का जाम कर दिया।