प्रयागराज ब्यूरो । अजब-गजब हाल है। प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग और मेडिकल कॉलेजों में नौकरी करने के लिए आवेदक ही नहीं मिल रहे हैं। जो मिल भी रहे हैं उसमें से ज्यादातर सरकारी नौकरी करने के लिए तैयार ही नहीं हैं। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की तरफ से करायी जाने वाली भर्तियों को लेकर ऐसा ही सच सामने आया है। आयोग की तरफ से चिकित्साधिकारियों के पदों को भरने के लिए जनवरी से लेकर अब तब जितनी भी भर्तियां कम्प्लीट हुई हैं, किसी में भी पूरे पद भरे नहीं जा सके हैं। पद तो कैरी फारवर्ड करके आगे की भर्तियों में भरे जाने की तैयारी कर ली गयी है लेकिन बड़ा सवाल यह उठ खड़ा हो रहा है कि यह नौबत आ ही क्यों रही है। वह भी तब जबकि सरकार प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के साथ मेडिकल की पढ़ाई आसान बनाने के लिए नए मेडिकल कॉलेज खोलने की लगातार अनुमति दे रही है।
जनरल फिजीशियन भी नहीं मिल रहे
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग में चिकित्साधिकारी जनरल फिजीशियन के रिक्त 488 पद भरने के लिए रिक्रूटमेंट ड्राइव चलायी थी। इंटरव्यू की स्टेज आयी तो पता चला कि कुल 57 अभ्यर्थी ही योग्य हैं। इनका इंटरव्यू आठ और नौ मई को दो पाली में कराया जाएगा। आयोग की वेबसाइट पर प्रवेश पत्र जारी कर दिया गया है। यानी पहले से ही तय हो गया कि इस रिक्रूटमेंट ड्राइव में कुल 15 फीसदी पद भी नहीं भरे जा सकेंगे।
जनरल सर्जन भी इंट्रेस्टेट नहीं
2022 में यूपीपीएससी ने चिकित्साधिकारी जनरल सर्जरी के 401 पदों को भरने के लिए विज्ञापन निकाला। इस पद के आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की कुल संख्या मात्र 221 थी। इनके भी आवेदन पत्रों की जांच हुई तो पता चला कि इंटरव्यू के लिए 83 अभ्यर्थी ही योग्य हैं। इनमें से आधे का इंटरव्यू मंगलवार को हुआ। बचे हुए अभ्यर्थियों का तीन मई को होगा।
पुराना रिकॉर्ड भी अच्छा नहीं
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने इससे पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्साधिकारी (आयुर्वेद और यूनानी) पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया था। 962 पदों पर भर्ती का परिणाम जारी हुआ तो पता चला कि 422 अभ्यर्थी ही रिक्रूट किये जाने योग्य हैं। इसके चलते 540 पद खाली रह गए हैं। आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्सक भर्ती के लिए यूपीपीएससी ने 23 नवंबर 2021 को विज्ञापन जारी किया था। विज्ञापन के सापेक्ष 14062 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया था। इसकी स्क्रीनिंग परीक्षा 31 जुलाई को हुई थी, उसमें 9963 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। अधिकतर अभ्यर्थी स्क्रीनिंग परीक्षा में छंट गए थे। इस भर्ती में ओबीसी वर्ग के लिए 259 पद आरक्षित थे। यह सभी पद खाली रह गए। एससी वर्ग के लिए 202 पद थे। इसमें 167 पद खाली रह गए। एससी वर्ग के 35 अभ्यर्थियों का चयन अपनी श्रेणी में जबकि 20 अभ्यर्थियों का चयन अनारक्षित श्रेणी में हुआ थ। एसटी वर्ग के 19 पद थे। इस वर्ग के 26 अभ्यर्थी अनारक्षित वर्ग में सफल हुए थे। ईडब्ल्यूएस वर्ग के लिए 96 पद रिक्त थे, इस कैटेगिरी में सिर्फ एक योग्य उम्मीदवार मिला था।
प्रदेश भर है चिकित्सकों की कमी
बता दें कि प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की भारी कमी है। इसकी भर्ती हो रही है लेकिन अभ्यर्थी नहीं मिल रहे हैं।
राजकीय मेडिकल कालेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर पैथालाजी के आठ पदों के लिए आठ और नौ मई को साक्षात्कार होगा। इसमें रिक्त पदों के सापेक्ष 52 अभ्यर्थी बुलाए गए हैं। आफ्थलमोलाजी के दो पदों के लिए आठ मई को होने वाले साक्षात्कार में 31 और ईएनटी के दो पदों के लिए नौ मई को सात अभ्यर्थी बुलाए गए हैं।
विनोद कुमार गौड़
सचिव, यूपीपीएससी