प्रयागराज ब्यूरो । डीएम और एसएसपी ने सभी पर्यटकों का स्वागत किया। कहा कि विविधता में एकता भारत की विशेषता को और मजबूत करने में यह आयोजन सहायक सिद्ध होगा। दक्षिण और उत्तर भारत के वासियों के संबंध को और मजबूत बनाएगा। वहीं सांसद ने कहा कि जातिवाद, परिवारवाद, क्षेत्रवाद अलगाववाद की राजनीति करने वालों ने अपनी राजनीतिक मंशा की पूर्ति करने के लिए राष्ट्र और समाज को तोडऩे का काम किया है। उनके लिए यह कार्यक्रम मुंहतोड़ जवाब देने का कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक भारत श्रेष्ठ भारत के निर्माण के लिए कार्य कर रहे हैं और देश उनके नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है। इस अवसर पर भजपा नेताओं व अधिकारियों ने तमिलनाडु के छात्र समूहों के मुखिया को एवं कलाकारों को स्मृति चिन्ह भेंट किया। कार्यक्रम का संचालन आभा मधुर श्रीवास्तव ने तमिल भाषा एवं हिंदी भाषा के माध्यम से आए हुए सभी लोगों का स्वागत अभिनंदन किया।
दर्शन के बाद महंत का लिया आशीर्वाद
सभी पांडुचेरी से आए तमिल स्टूडेंट डेलिगेट्स ने गंगा स्नान किया और गंगा स्नान करते हुए जय जय गंगा माई, जय जय भारत माई, जय जय भोलेनाथ का उद्घोष लगाया। तत्पश्चात बड़े हनुमान जी का दर्शन पूजन किया और महंत बलवीर गिरी से आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके उपरान्त चंद्रशेखर आजाद पार्क पहुंचकर चंद्रशेखर आजाद को श्रद्धांजलि अर्पित की। तत्पश्चात स्वामीनाथ मंदिर पहुंचकर दर्शन किया और भगवान श्री राम की जन्म भूमि अयोध्या के लिए प्रस्थान किए। स्वागत करने वालों में मुख्य रूप से विधायक गुरु प्रसाद मौर्य, विधान परिषद सदस्य निर्मला पासवान, महापौर अभिलाषा गुप्ता, राजेश केसरवानी, शिखा रस्तोगी, रोहित पप्पू पांडेय एवं सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं ने अक्षत टीका काढ़ते हुए ढोल नगाड़े के साथ स्वागत किया।
सैंड आर्ट के साथ सेल्फी
21 नवंबर से 17 दिसंबर तक कुल 12 जत्थे प्रयागराज भ्रमण के लिए आएंगे। प्रत्येक जत्थे में कुल 220 सदस्य होंगे। सोमवार को प्रयागराज पहला जत्था आया। इस जत्थे को प्रयागराज भ्रमण कराने के लिए पूरा प्रशासनिक अमला लगा हुआ है। संगम पर बने सैंड आर्ट देखकर गेलीगेट्स आश्चर्यचकित रह गए। उन्होंने सैंड आर्ट के साथ जमकर सेल्फी ली। यह सैंड आर्ट इलाहाबाद विश्वविद्यालय के विजुअल आर्ट डिपार्टमेंट के बच्चों के द्वारा बनाई गई थी।
यहां आकर बहुत अच्छा लगा। प्रयागराज पहली बार आई हूं, यहां जिस तरह से हमारा स्वागत हुआ है। हम उससे बहुत स्पेशल फील कर रहे है। यह अनोखा अनुभव है।
संध्या, तंजावुर
रामेश्वर से काशी की यात्रा अद्भुत रही। हमारे साथ यूपी के एजुकेशन मिनिस्टर ने समय बिताया। काशी और अब प्रयागराज में पूरा प्रशासनिक अमला हमारी गाडिय़ों के साथ चलता रहा। कहीं भी कोई दिक्कत या परेशानी नहीं हुई।
- भावेश