बिहार का है मूल निवासी, फ्रॉड के कई मुकदमे दर्ज हैं डॉ सिनहा पर
डॉ एके बंसल के बेटे का एडमिशन कराने के नाम पर लिये थे 55 लाख
बेटे को एडमिशन नहीं मिला तो बंसल ने भेजवाया था जेल
सोमवार को डॉ। एके बंसल हत्याकांड का खुलासा हुआ तो डॉ आलोक सिनहा का नाम उभरकर सामने आया। कौन है आलोक सिनहा? कैसे सम्पर्क में आया डॉ एके बंसल के सम्पर्क में? कहां का रहने वाला है? अपराध जगत से उसका रिश्ता क्या है? वह वर्तमान समय में कहां है? जैसे सवाल अपने आप सामने आ गये। इस सवाल का जवाब जानने के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने एसटीएफ लखनऊ के एसपी से लेकर प्रयागराज फील्ड युनिट के प्रभारी नवेन्दु सिंह से बात की। इसमें चौंकाने वाली जानकारी मिली।
एडमिशिन कराने का लेता है ठेका
आलोक सिनहा मूलरूप से बिहार का रहने वाला है। वह पटना में कोचिंग चलाता है। कोचिंग में मेडिकल इंट्रेंस क्लीयर कराने की तैयारी करायी जाती है। कोचिंग की आड़ में वह मेडिकल कॉलेजों के सम्पर्क था। इसके जरिए वह बड़ा एमाउंट लेकर मैनेजमेंट कोटे से एडमिशन का ठेका लेता था। डॉ। एके बंसल भी उसके झांसे में आ गये थे। उन्होंने भी अपने बेटे के मेडिकल कॉलेज में प्रवेश दिलाने के लिए आलोक सिनहा को 55 लाख रुपये दिये थे। बेटे को मेडिकल कॉलेज में प्रवेश नहीं मिला तो डॉक्टर बंसल ने रुपये लौटाने के लिए प्रेशर बनाना शुरू कर दिया। डॉ आलोक सिनहा की नीयत ठीक नहीं थी तो वह पैसे लौटाने में अनाकानी करने लगा।
डॉक्टर बंसल ने लिखवायी थी रिपोर्ट
डॉ आलोक सिनहा की नीयत पर शक होने पर डॉ बंसल ने उसके खिलाफ फ्रॉड का मुकदमा दर्ज करा दिया। इस मुकदमे में पुलिस ने उसे सिविल लाइंस से गिरफ्तार करके जेल भेजा था। सिनहा जेल पहुंचा तो बैरक में डॉ बंसल के दुश्मनो से मुलाकात हो गयी। इसकी जानकारी संयोग से डॉ। बंसल तक पहुंची तो उन्होंने डॉ आलोक सिनहा के खिलाफ दर्ज दूसरे मुकदमो की पैरवी भी करनी शुरू कर दी। आरोप है कि डॉ। बंसल के प्रयासों के चलते ही आलोक सिनहा को नैनी सेंट्रल जेल से वारंट बी पर कर्नाटक की जेल भेजा गया था। वहां भी डॉ आलोक के खिलाफ मुकदमा दर्ज था।
जमानत कराने के बाद से गायब
एसटीएफ प्रयागराज युनिट के प्रभारी नवेन्दु सिंह बताते हैं कि आलोक कर्नाटक की जेल गया था, यहां तक उसके बारे में पता है। बाद में उसे फ्रॉड के केस में बेल मिल गयी तो वह गायब हो गया। फिलहाल उसकी कोई लोकेशन नहीं है। वह बताते हैं कि आलोक के बारे में पता लगाया जा रहा है। अब वह डॉ। बंसल केस में षड़यंत्र रचने का भी आरोपित हो गया है। इस मामले में उसे जेल भेजा जाना है।
पहली बार आया है किसी हत्या में नाम
पुलिस सूत्र बताते हैं कि डॉ। आलोक सिनहा का नाम पहली बार किसी हत्या के केस में सामने आया है। इसके पहले तक उसे एडमिशन फ्रॉड के नाम से ही जाना जाता था। देर रात तक पुलिस या एसटीएफ की टीम यह बता पाने की स्थिति में नहीं थी कि उसका नाम मध्य प्रदेश के व्यापंम घोटाले से जुड़ा था या नहीं। डॉ। बंसल के केस पर काम कर रही टीम इस बारे में भी फैक्ट्स जुटाएगी।