प्रयागराज (ब्यूरो)।इलाहाबाद विश्वविद्यालय में अब योग और ध्यान की पढ़ाई भी होगी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने सत्र 2023-24 से पांच वर्षीय योग विज्ञान एवं अनुप्रयोग पाठ्यक्रम शुरू करने जा रहा है। वीसी प्रो। संगीता श्रीवास्तव की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में नई शिक्षा नीति-2020 के कार्यान्वयन को लेकर लिए गए महत्वपूर्ण निर्णयों योग विज्ञान एवं अनुप्रयोग पाठ्यक्रम शुरू करना भी शामिल है। इस कोर्स में प्रवेश सीयूईटी मेरिट के आधार पर होंगे। इसके बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय योग-ध्यान की पढ़ाई का प्रमुख केंद्र बन जाएगा।

छह विभाग मिलकर कर रहे काम

योग विज्ञान एवं अनुप्रयोग पाठ्यक्रम को तैयार करने में छह विभागों ने मिलकर काम किया है। इसमें दर्शनशास्त्र विभाग के साथ ही मनोविज्ञान विभाग, संज्ञानात्मक विज्ञान, संस्कृत, शारीरिक शिक्षा और गृह विज्ञान विभाग की भी सक्रिय भागीदारी है। दर्शनशास्त्र विभाग ने सभी विभागों से समन्वय स्थापित कर इस कोर्स को अंतिम रूप दिया है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय की जनसंपर्क अधिकारी प्रो। जया कपूर ने बताया कि इस पाठ्यक्रम की शुरुआत में इंटमीडिएट उत्तीर्ण छात्र-छात्राएं दाखिला ले सकेंगे। प्रवेश सीयूईटी के आधार पर होगा। पाठ्यक्रम के लिए कुल 40 सीटें निर्धारित की गईं हैं। प्रवेश लेने वालों को पहले साल सर्टिफिकेट, दूसरे वर्ष डिप्लोमा, तीसरे साल बीए, चौथे वर्ष बीए आनर्स और पांचवें वर्ष एमए की डिग्री दी जाएगी। पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड पाठ्यक्रम में थ्योरी के साथ प्रैक्टिकल भी होगा। इस पाठ्यक्रम में पांच वर्ष के दौरान 50 से अधिक पेपर पढ़ाए जाएंगे। इसमें योग मनोविज्ञान, प्राकृतिक चिकित्सा, प्रायोगिक योग, क्रोध-आवेग प्रबंधन, स्वास्थ्य के लिए पोषण, फिजिकल फिटनेस, तनाव प्रबंधन और यम, नियम तथा प्राणायाम भी शामिल हैं।