प्रयागराज (ब्‍यूरो)। ऑफलाइन परीक्षा का विरोध करते हुए धरना दे रहे छात्रों के समर्थन में कैंपस में सुबह ही सैकड़ों की संख्या में छात्र जुट गये थे। धरना देने वाले छात्रों का कहना था कि उन्हें आनलाइन परीक्षा के अलावा कुछ भी मंजूर नहीं है। दोपहर होने से पहले ही कुछ छात्र बोतलों में पेट्रोल लेकर कैंपस पहुंच गये। मीडियाकर्मियों के पहुंचने के बाद आंदोलनकारी छात्र नेताओं ने अपने ऊपर पेट्रोल छिड़क लिया। कुछ ने पेट्रोल पीने का भी प्रयास किया। सैकड़ों के हुजूम के बीच इस तरह का वाकया होने के बाद पुलिस प्रशासन तक हिल गया। आनन-फानन में कैंपस के भीतर फायर बुझाने में इस्तेमाल होने वाला टैंकर कैंपस में मंगवा लिया गया। इससे पहले की छात्र अगला कदम उठाते, उन पर पानी की बौछार छोड़ी जाने लगी। इससे छात्र जान देने की नीयत से आग लगाने में तो सफल नहीं हुए लेकिन उन्होंने मौका नहीं छोड़ा डटे रहे। पुलिस ने उन्हें जबरन उठाने का प्रयास किया तो माहौल और गरम हो गया।

छात्रों पर पानी की बौछार
पानी की बौछारें छोड़ जाने के बाद माहौल बिगडऩे की आशंका हो गयी। इसकी सूचना अफसरों तक पहुंची तो डीएम और एसएसपी ने खुद इनीशिएट किया और कैंपस में पहुंच गये। दोनों ने कुलपति कार्यालय के सामने प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी कर रहे छात्रों को बातचीत का आफर किया। दोनों अफसरों के मोर्चा संभाल लेने के बाद एसपी सिटी, सीओ कर्नलगंज और एसओ कर्नलगंज बैक फुट पर चले गये। दोनों अफसरों ने छात्रों से बातचीत करके पूरा मसला समझा और फिर भरोसा दिलाया कि वह इस पर यूनिवर्सिटी के अफसरों से बात करेंगे। इसके बाद छात्र अड़ गये कि फैसला अभी होगा तभी वे वीसी ऑफिस के सामने से हटेंगे। इसके बाद दोनों अफसरों ने कुलपति प्रो। संगीता श्रीवास्तव और यूनिवर्सिटी प्रशासन के अन्य पदाधिकारियों से बात की। यहां से दोनों अफसरों को पॉजिटिव रिस्पांस मिला।

डीएम-एसएसपी ने दी छात्रों को फैसले की जानकारी
डीएम और एसएसपी से बातचीत के बाद कुलपति की अध्यक्षता में यूनिवर्सिटी प्रशासन की अलग से मिटिंग हुई। इसमें निर्णय लिया गया कि स्नातक द्वितीय वर्ष के प्रत्येक छात्र को प्रमोट किया जाएगा। उन्हें कोई परीक्षा नहीं देनी होगी। तृतीय वर्ष के छात्रों की परीक्षा ऑनलाइन ही कराई जाएगी। यह जानकारी इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की तरफ से दी गई। यह सूचना डीएम और एसएसपी ने ही छात्रों से शेयर की। इस पर आंदोलनकारी छात्रों ने जश्न मनाया और कैंपस में विजय जुलूस निकाला। पेट्रोल के कुछ घूंट पीने से की वजह से तीन छात्रों की हालत बिगड़ गई थी जो इलाज बाद ठीक बताए गए।

पूरा मामला यूनिवर्सिटी कैंपस का है। इसलिए वहां पुलिस केवल शांति व सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर गई थी। किसी को गिरफ्तार या हिरासत में लेने के लिए नहीं। यदि यूनिवर्सिटी द्वारा कोई तहरीर मिलेगी तो उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
विश्वजीत सिंह इंस्पेक्टर कर्नलगंज

यूनिवर्सिटी प्रशासन ने यूजी सेकंड इयर के सभी छात्रों को प्रमोट करने का फैसला लिया है। थर्ड इयर की परीक्षा आनलाइन मोड में करायी जाएगी। इसका डिटेल जल्द ही शेयर किया जायेगा।
डॉ जया कपूर पीआरओ, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी

18500 के करीब यूजी सेकेंड इयर के छात्र हो जाएंगे नेक्स्ट क्लास में प्रमोट
18200 के आसपास स्नातक थर्ड इयर के छात्र आनलाइन मोड में देंगे परीक्षा
11 फरवरी को परीक्षा समिति की बैठक में लिया गया था आफलाइन मोड में परीक्षा कराने का फैसला
22 अप्रैल से प्रस्तावित थीं यूजी सेकेंड और थर्ड इयर की वार्षिक परीक्षाएं
14 फरवरी को कैंपस में बवाल के बाद गठित की गई थी हाईपावर कमेटी
24 मार्च को हाईपावर कमेटी की रिपोर्ट के बेस पर परीक्षा का मोड आनलाइन ही रखने का फैसला लिया गया था
25 मार्च को छात्रों के विरोध के बाद एयू प्रशासन ने बदल दिया फैसला

यूपी फस्र्ट इयर की परीक्षाएं हैं लेट
पिछले साल यूजी कोर्सेज में एडमिशन की प्रक्रिया काफी लेट शुरू हुई थी। कोरोना संक्रमण के प्रभाव के चलते प्रवेश की प्रक्रिया पिछड़ गयी थी जिसे जनवरी और फरवरी में पूरा कराया गया है। इसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इनकी परीक्षाएं जुलाई-अगस्त में कराने का प्रस्ताव किया है। इसी के चलते परीक्षा के मोड पर इस क्लास के संबंध में कोई फैसला नहीं लिया गया है। यूजी फस्र्ट इयर के छात्र प्रवेश के बाद से लगातार आफलाइन क्लासेज अटेंड कर रहे हैं।