प्रयागराज (ब्‍यूरो)। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी ने यहां एडमिशन लेने वाले छात्रों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ा दिया है। यहां यूनिवर्सिटी में रजिस्टर्ड सभी छात्रों को आन कॉल डॉक्टर की फेसिलिटी उपलब्ध कराने का फैसला लिया गया है। इसके लिए एक कंडीशन यह रखी गयी है कि छात्र सूचना प्रशासनिक अफसर को देगा। प्रशासनिक अफसर की तरफ से सूचना मिलने पर डॉक्टर छात्र को ट्रीटमेंट देने के लिए पहुंचेंगे। एक बड़ा चेंज यह भी कर दिया गया है कि यहां का हेल्थ सेंटर सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक एक्टिव रहेगा। यहां छात्रों को सीधे उपचार उपलब्ध होगा।

टेस्ट की भी हो गयी शुरुआत
बता दें कि इलाहाबाद यूनिवर्सिटी प्रत्येक छात्र से स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के नाम पर 50 रुपये जमा कराती है। इस फंड से हेल्थ सेंटर का संचालन किया जाता है। इस हेल्थ सेंटर को अपग्रेड करने की दिशा में काम शुरू कर दिया गया है। अब यहां आने वाले छात्रों की बीपी, शुगर और ऑक्सीजन लेवल की जांच भी शुरू हो गयी है। किसी छात्र को इससे जुड़ी समस्या होने पर उसको दवा देने के साथ दो से तीन घंटे तक डाक्टर के ऑब्जर्वेशन में रखा जाता है। फिलहाल यह हेल्थ केयर युनिट एन झा हॉस्टल कैंपस में संचालित है। इस स्वास्थ्य केंद्र का लाभ यूनिवर्सिटी के छात्र, कर्मचारी और रिटायर्ड कर्मचारी भी ले सकते हैं।

वैक्सीनेशन पर भी काम
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के हेल्थ केयर युनिट के प्रभारी बनाये गये डॉ विश्वजीत कुमार श्रीवास्तव बताते हैं कि हम वैक्सीनेशन फेसेलिटी उपलब्ध कराने की दिशा में भी आगे बढ़ रहे हैं। फिलहाल यहां एंटी रैबीज का इंजेक्शन फ्री ऑफ कास्ट लगाया जाना शुरू कर दिया गया है। चोट आदि लगने की दशा में टिटनेस की सूई भी लगाई जा रही है। आने वाले समय यहां पर फ्लू और मलेरिया की वैक्सीन भी उपलब्ध करायी जायेगी। इससे छात्रों को बीमारी से जल्द मुक्ति मिल जाएगी।

वन स्पॉट साल्यूशन देंगे
डॉ श्रीवास्तव ने बताया कि इलाहाबाद यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा चलायी जा रही हेल्थ केयर युनिट स्वास्थ्य केंद्र को वन स्पॉट साल्यूशन सेंटर बनाने के टारगेट पर काम किया जा रहा है।
इसके तहत यहां पहुंचने वाले मरीजों को डिस्पेंसरी से लेकर के जाँच तक की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी।
आने वाले समय में जाँच और उसकी रिर्पोट भी इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के स्वास्थ्य केंद्र पर ही तैयार की जाएगी।
इनमें यूरिन और ब्लड की जाँच कराई जाएगी।
इसी के साथ काउंसलिंग सेंटर का निर्माण भी किया जाएगा।
यहां इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के मनोविज्ञान के प्रोफेसर हफ्ते में एक या दो दिन छात्रों की काउंसिलिंग करेंगे
नशामुक्ति, डिप्रेशन और एनजाइटी से ग्रसित मरीजों की काउंसलिंग की जाएगी।
एक न्यूट्रीशियन की नियुक्ति भी की जाएगी जो किडऩी, लीवर, शुगर और बीपी के रोगियों का डायट चार्ट बनाने का कार्य करेगा।

ई-क्लिनिक पर भी चल रहा काम
एयू प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे स्वास्थ्य केंद्र को ई-क्लिनिक के रूप में डेवलप करने पर भी काम शुरू हो चुका है
डॉ विश्वजीत का कहना है कि इसके माध्यम से डाक्टर स्वास्थ्य केंद्र पर बैठे बैठे छात्रों के साथ यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों की प्रॉब्लम्स को जानेंगे
डाइग्नोस के बेस पर उन्हें आनलाइन ट्रीटमेंट रेकमेंड किया जायेगा
जरूरत पडऩे पर ही किसी पेशेंट को हेल्थ सेंटर बुलाया जायेगा

यह सुविधा कोरोना के दौरान चलन में आई
इस दौरान अधिकतर डॉक्टरों ने मरीजों की बीमारी को ऑन काल पर सुनी और उसकी दवा दे उनका मरीजों का इलाज किया।
इसकी सबसे अच्छी बात ये होगी की मरीज का सारा डेटा और उसकी मेडिकल हिस्ट्री कम्प्यूटर में स्टोर्ड रहेगी।
जरूरत पडऩे पर इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा।
ऑन काल की सुविधा उपलब्ध हो चुकी है। इसके साथ शर्त जोड़ी गयी है कि छात्र प्रशासनिक अधिकारी को सूचना देगा और वह डॉक्टर को इसकी जानकारी देंगे।

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में नियमित हेल्थ कैंप लगाकर के छात्रों को अॅवेयर किया जायेगा। हेल्थ सेंटर पर वैक्सीनेशन की फेसेलिटी भी उपलब्ध होगा। फिलहाल यहां पर रैबीज और टिटनेस का इंजेक्शन उपलब्ध है।
डॉ विश्वजीत कुमार श्रीवास्तव मेडिकल ऑफिसर, हेल्थ सेंटर, एयू