116 दुकानों पर डाले गए हैं छापे

36 जगहों से लिए गए हैं सैंपल्स

1000 से ज्यादा आइटम्स कराए गए नष्ट

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-दिवाली पर बेची जा रही केमिकल कलर वाली मिठाई और चीनी के खिलौने

-फूड डिपार्टमेंट द्वारा विशेष अभियान के दौरान सामने आ रहा है इनका खेल

PRAYAGRAJ: इस दिवाली रंग बिरंगी मिठाइयों और चीनी के खिलौनों से होशियार रहिए। यह मिठाइयां देखने में अच्छी हो सकती हैं, लेकिन यह जहरीले तत्वों से भरी हैं। फेस्टिवल सीजन में लोगों को इन जहरीली चीजों से बचाने के लिए शासन की तरफ से विशेष अभियान भी चलाया जा रहा है। इस अभियान के दौरान बड़ी मात्रा में नॉन-एडिबल कलर भी बरामद किए गए हैं। एक्सप‌र्ट्स के मुताबिक इन कलरफुल आइटम्स को खाने के बाद फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो सकते हैं।

कैंसर को दावत देते हैं कलर

दिवाली पर जहरीले कलर के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत कई जगहों पर धर-पकड़ की गई है। सैदाबाद, हंडिया, नैनी, झूंसी आदि एरियाज में टीम ने खानपान की चीजों में नॉन एडिबल कलर्स की मिलावट को रंगे हाथों पकड़ा है। अधिकारियों का कहना है कि यह कलर्स हार्मफुल केमिकल्स से बने हैं। इस वजह से यह दाम में भी सस्ते हैं। इसलिए त्योहारों पर चीनी के आइटम्स और मिठाइयों में इनका जबरदस्त उपयोग होता है। लेकिन इनके इन्हें खाने से फूड प्वॉइजनिंग के साथ-साथ कैंसर तक का खतरा हो सकता है।

तीन प्रकार के होते हैं कलर

1. एडिबल कलर

यह सिंथेटिक होते हैं लेकिन इन्हें यूज किया जा सकता है। इनका इस्तेमाल कम मात्रा में होता है और इनमें शाइनिंग कम होती है।

2. नॉन इडिबल कलर

यह कलर हाथ-पैरों में लगाने और चीजों को रंगने के लिए होते हैं। खानपान में इनका इस्तेमाल पूरी तरह बैन किया गया है।

3. नैचुरल कलर

सब्जियों और फलों में यह कलर पाए जाते हैं। इन्हें खाने से बॉडी को जबरदस्त फायदा होता है।

बॉक्स-1

अब तक लिए गए 36 नमूने

हार्मफुल कलर के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत टीम ने 116 प्रतिष्ठानों पर छापा मारकर शक के आधार पर 36 सैंपल लिए हैं। सभी की जांच लैब में कराई जा रही है। साथ ही इस कलर से बना सामान भी नष्ट कराया गया है। अधिकारियों का कहना है कि ग्रामीण के साथ शहरी इलाकों में बड़ी और नामचीन दुकानों के आइटम्स में भी यह कलर खूब यूज हो रहा है।

इन बातों का रखें ख्याल

-दुकानों पर भड़कीले कलर वाली मिठाइयों से बनाएं दूरी।

-बहुत अधिक कलरफुल आइटम्स को सोच समझकर खरीदें।

-मिठाइयों पर लगे चांदी और एलुमिनियम वर्क के अंतर को समझें।

-रगड़ने से एलुमिनियम का वर्क बाहर आ जाएगा और चांदी का वर्क नहीं निकलता।

-कलर्स में कांच को पीसकर मिलाया जाता है। इनमें यूज किए गए केमिकल्स आंतों में अल्सर, गांठ और घाव कर सकते हैं।

छापे के दौरान कई दुकानों पर नॉन एडिबल कलर पाए गए हैं। इनका यूज खुलेआम मिठाई और चीनी के दूसरे आइटम्स में किया जा रहा है। कई जगह पैर में लगाने वाले आलता को आइटम्स में मिलाया जा रहा है। जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो संबंधित खिलाफ मुकदमा कायम कराया जाएगा।

-केके त्रिपाठी, प्रभारी डीओ, खाद्य सुरक्षा विभाग प्रयागराज