250 पहुंच गई है एसआरएन में कार्डियक की ओपीडी
30 फीसदी तक बढ़ गए हैं काल्विन और बेली में दिल के मरीज
24 डिग्री तक पहुंच चुका है प्रयागराज का तापमान
-तीन दिनों के भीतर बढ़ गए तीस फीसदी दिल के मरीज
-हाउसफुल हो गया वार्ड, प्राइवेट जाने को मजबूर पेशेंट
PRAYAGRAJ: रसूलाबाद के रहने वाले प्रेमसिंह बुधवार सुबह टहलने निकले थे। घर से पांच सौ मीटर दूर पहुुंचने पर अचानक उनके सीने में दर्द होने लगा। हार्ट पेशेंट प्रेमसिंह अलर्ट थे। इसलिए दर्द होते ही उन्होंने पास में रखी दवाएं लीं और घर पर फोन कर दिया। परिजनों ने तत्काल नजदीक के प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया। चार घंटे में उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। ठंड के अचानक टॉप गियर लगा देने से हार्ट पेशेंट्स की मुश्किलें बढ़ गई हैं। डॉक्टर्स ने ऐसे तमाम पेशेंट्स को अलर्ट रहने को कहा है।
250 तक पहुंच गई कार्डियक ओपीडी
एसआरएन हॉस्पिटल में पिछले तीन दिनों में कार्डियक ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या 250 पहुंच गई है। डॉक्टर्स के मुताबिक तीस फीसदी तक मरीज बढ़ जाने से सभी को देखना मुश्किल हो रहा है। इसके पीछे मेन वजह ठंड का अचानक बढ़ जाना है। मॉर्निग में गलन और ठंडी हवाओं का चलना सेहत पर भारी पड़ रहा है। इसके अलावा बेली और काल्विन हॉस्पिटल में ओपीडी में 25 से 30 फीसदी मरीजों की संख्या में वृद्धि हो गई है।
सभी बेड फुल, कहां जाएं मरीज
ओपीडी बढ़ जाने से कार्डियक वार्ड भी फुल हो गया है। चालीस बेड के वार्ड में एक भी बेड खाली नही है। जैसे-तैसे पुराने मरीजों को शिफ्ट कर नए पेशेंट्स एडमिट किए जा रहे हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि कई मरीज प्राइवेट हॉस्पिटल में जाने को मजबूर हो जाते हैं।
इसलिए खतरनाक है ठंड
-हार्ट के मरीजों के ठंड का मौसम वाकई घातक साबित होता है।
-वजह, ठंड की वजह से खून की नली में सिकुड़न बढ़ जाती है, जिससे उसका बहाव बाधित होता है।
-जो पहले से हार्ट पेशेंट हैं उनको एंजाइमा, सांस फूलने, चेस्ट इंफेक्शन और निमोनिया आदि शिकायतें होने लगती हैं।
-शुरुआती लक्षणों से ही मरीजों को अपने डॉक्टर से कंसल्ट कर लेना चाहिए। जिससे बड़े खतरे से बचाया जा सके।
खुद को ऐसे बचाएं
-अर्ली मार्निग टहलने से बचें, धूप निकलने के बाद ही मार्निग वाक करें।
-हार्ट के मरीज हैं तो अपने डॉक्टर के संपर्क में रहें। दवाएं साथ लेकर चलें।
-वॉकिंग और एक्सरसाइज की आदत डालें। मोबाइल साथ रखें।
-गर्म भोजन और गर्म पानी का सेवन करें। ठंडी चीजों से परहेज करें।
ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। तापमान में गिरावट से हार्ट पेशेंट्स की प्रॉब्लम बढ़ रही है। उन्हें सावधानी बरतने की जरूरत है। अगर कुछ लक्षण उभरकर आ रहे हैं तो चिंता की बात नहीं है। अपने डॉक्टर से संपर्क करें। अली मॉर्निग घर से न निकलें तो बेहतर रहेगा।
-डॉ। पीयूष सक्सेना, कार्डियोलाजिस्ट,एसआरएन हॉस्पिटल